पटना. बिहार में बेरोजगारों का इंतजार खत्म होने जा रहा है. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने पद संभालने के बाद जो कहा था उसे सरकार अमल में ला रही है. नयी सरकार के गठन के बाद रोजगार का एजेंडा सबसे ऊपर चल रहा है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव लगातार यह कह रहे हैं कि युवाओं को रोजगार देना नयी सरकार की प्राथमिकता में सबसे ऊपर है. ऐसे में अब बिहार सरकार की तरफ से रोजगार देने का काम रफ्तार पकड़ने जा रहा है.
बिहार में बेरोजगारों को नई नौकरियां दी जा रही है. उसके लिए पूरी तैयारी चल रही है. सीएम नीतीश कुमार खुद मंगलवार यानी 20 सितंबर को सभी नवनियुक्त 4 हजार 225 राजस्व कर्मियों के बीच नियुक्ति पत्र बाटेंगे. मुख्य सचिवालय परिसर स्थित अधिवेशन भवन आयोजित इस कार्यक्रम में कर्मियों के लिए उन्मुखीकरण कार्यशाला भी आयोजित की गयी है.
इसको लेकर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के स्तर से विशेष आदेश जारी किया गया है. इसे लेकर सभी डीएम से कहा गया है कि राजधानी से नजदीक के जिलों से 8 से 10 और दूर के जिलों से 5 से 8 की तादाद में राजस्व कर्मचारियों का कोटिवार सिलेक्शन कर के भेजें. साथ ही अपर समाहर्ता स्तर के एक पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी बनाकर साथ भेजने को कहा गया है. इसमें कम से कम 30 फीसदी महिला राजस्व कर्मी भी होनी चाहिए.
मालूम हो कि इन सभी 4225 राजस्व कर्मियों की नियुक्ति राज्य कर्मचारी चयन आयोग के स्तर से कुछ महीने पहले हुई थी. उस समय राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में भाजपा कोटे से मंत्री रामसूरत राय थे. उन्होंने रैंडम तरीके से लॉटरी के माध्यम से सभी कर्मियों की पहली बार पोस्टिंग की थी.