Video: गठबंधन के लिए बोझ बन चुके हैं नीतीश कुमार, बोले सुशील कुमार मोदी- हम खुश हैं वो चले गये

पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता सुशील मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बोझ करार दिया. सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार अब एक बोझ हो गये हैं. उनकी वोट दिलाने की क्षमता खत्म हो गयी है. सुशील कुमार मोदी ने दावा किया कि नीतीश कुमार अब राजद के लिए बोझ बन चुके हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 30, 2023 4:08 PM

Bihar Politics: पुराने साथी Sushil Kumar Modi ने कहा-अच्छा ही हुआ Nitish Kumar चले गए

पटना. पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता सुशील मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बोझ करार दिया. सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार अब एक बोझ हो गये हैं. उनकी वोट दिलाने की क्षमता खत्म हो गयी है. सुशील कुमार मोदी ने दावा किया कि नीतीश कुमार अब राजद के लिए बोझ बन चुके हैं. उनका भविष्य में भाजपा के साथ अब कोई गठबंधन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने न सिर्फ भाजपा को धोखा दिया, बल्कि नरेंद्र मोदी के जनादेश के साथ भी विश्वासघात किया. मोदी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने प्रचार किया, तब उनकी पार्टी को 44 सीटें मिलीं, नहीं तो वो 15 सीट जीतते. हम खुश हैं वो चले गये.

नीतीश कुमार अब शक्तिहीन

सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार अब शक्तिहीन हैं. उनकी बात न उनके पार्टी के लोग सुन रहे हैं, न गठबंधन के लोग और न ही उनकी बात अब जनता सुन रही है. हमें खुशी है कि उन्होंने एनडीए छोड़ दिया है. अब हम 2025 में विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ लड़ेंगे और सत्ता में आएंगे. मोदी ने कहा कि भाजपा ने नीतीश कुमार को कम सीट होने के बावजूद एक बार नहीं कई बार मुख्यमंत्री का पद दिया. भाजपा ने गठबंधन धर्म का पालन किया. नीतीश कुमार ने हर बार धोखा दिया.

 जदयू ने भाजपा को रिजेक्ट कर दिया, साथ नहीं जायेंगे

सुशील मोदी के इस बयान के बाद जदयू की ओर से भी पलटवार हुआ है. जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि भाजपा ने हमें नहीं छोड़ा था, बल्कि हमने भाजपा को रिजेक्ट किया है. केसी त्यागी ने यह भी कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी के प्रधानमंत्री रहने तक जदयू हर तरह से भाजपा के साथ रही. उसके बाद भाजपा के साथ गठबंधन जरूर रहा, लेकिन विचार कभी नहीं मिले. त्यागी ने कहा कि भाजपा के जिस एजेंडे को हम लोग नहीं चाहते थे, 2014 के बाद उन्हीं एजेंडा पर भाजपा काम करने लगी. लिहाजा 2022 में जदयू ने भाजपा को रिजेक्ट कर दिया और भविष्य में अब हम लोग कभी भाजपा के साथ नहीं जाएंगे.

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