पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि सभी अधिकारियों ने शराबबंदी के लिए संकल्प लिया है. अगर कोई इसका पालन नहीं करता है, तो उसे नौकरी से निकालने करने की कार्रवाई होगी. शराबबंदी का पालन करने का जिम्मा सभी को सामान्य रूप से है.
मुख्य सचिवालय के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कई बातों के लिए वह सीधे बुलाकर अधिकारियों को बात करते हैं और उचित निर्देश देते हैं. सभी संबंधित विभागों को बुलाकर चर्चा की जाती है.
उन्होंने गोपालगंज में जहरीली शराब की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसा करने वाले खुद भी मरते हैं और दूसरों को भी मारते हैं.
मुख्यमंत्री ने शराबबंदी कानून को लेकर अपने सख्त रुख को दोहराते हुए कहा कि यह कानून लागू रहेगा. इसमें किसी तरह की दुविधा की बात नहीं है. चंद लोगों को छोड़कर सभी लोग इसके पक्ष में हैं. महज कुछ लोग गड़बड़ी फैलाने में लगे रहते हैं और बायें-दायें करते रहते हैं.
पुलिस और मद्य निषेध विभाग इसके खिलाफ लगातार सख्त कार्रवाई करने में जुटा रहता है. इससे जुड़ी रिपोर्ट भी लगातार आती रहती है और इसके आधार पर चिह्नित लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी होती है. गड़बड़ी करने वालों पर लगाम कसने के लिए हर तरह से प्रयास लगातार हो रहे हैं. पहले तो यह बात सामने आती थी कि बाहर के लोगों की मिलीभगत से इस मामले में कार्रवाई होती है. अब तो इन बाहरी लोगों पर भी कार्रवाई होने लगी है.
उन्होंने कहा कि अब इस बात पर फोकस करके कार्रवाई की जाती है कि यह कहां से हो रहा है. इसमें सभी का सहयोग होना चाहिए.
Posted by Ashish Jha