पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य में कोरोना को लेकर जल्द टीकाकरण अभियान शुरू होगा. हालांकि, समुचित टीकाकरण शुरू होने में दो से तीन महीने का समय लग सकता है. राज्य सरकार ने इसे लेकर हर स्तर पर तैयारी कर ली है.
सबसे पहले सभी स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना पीड़ितों, 50 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों को टीका लगेगा. फिर पुलिसकर्मियों और जनप्रतिनिधियों काे कोरोना का टीका लगाया जायेगा. इसके बाद चरणबद्ध तरीके से सभी लोगों का टीकाकरण कराया जायेगा.
मुख्यमंत्री मंगलवार को मुख्य सचिवालय स्थित अधिवेशन भवन में जल-जीवन-हरियाली दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. सीएम ने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से कहा कि कोरोना काल में बिहार में काफी प्रभावशाली काम हुआ है.
इसी वजह से राज्य को राष्ट्रपति से इस बार डिजिटल अवार्ड भी मिला है. नीतीश कुमार ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कोरोना वैक्सीन पर दिये बयान पर कुछ भी बोलने से मना कर दिया. सिर्फ इतना कहा कि किसी को कुछ बोलने की आदत होती है.
मीडिया की सुर्खियों में रहने के लिए भी कुछ लोग कुछ भी बोलते रहते हैं. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में कोरोना का दूसरा स्ट्रैंन आ गया है. ऐसे में यहां भी हर तरह से सतर्क रहने की जरूरत है. कोई भी इंग्लैंड से इस संक्रमण को लेकर यहां पहुंच सकता है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में कोरोना से मौत का औसत 1.45% है, जबकि बिहार में यह 0.55% है. बिहार में प्रति 10 लाख लोगों पर कोरोना जांच का औसत राष्ट्रीय औसत से 19 हजार ज्यादा है. फिर भी इस तरह की सही बातें सोशल मीडिया में नहीं बतायी जाती हैं.
सीएम ने मुख्य सचिव दीपक कुमार समेत सभी डीएम को निर्देश दिया कि इसके अंतर्गत जिन जिलों या स्थानों पर जो भी अच्छे काम हो रहे हैं, उसका सोशल मीडिया समेत अन्य माध्यमों से व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करें. इन अच्छे कार्यों की एक-एक तस्वीर भी अपलोड कर लोगों को दिखाएं.
सीएम ने सोशल मीडिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि इन दिनों निगेटिव चीजें ही ज्यादा चलती रहती हैं. जो निगेटिव है, वह चलना चाहिए. लेकिन, इसके साथ जो अच्छे और पॉजिटिव कार्य हुए हैं, वह भी चलना चाहिए.
सीएम ने कहा कि जल संरक्षण में राजगीर की आयुध फैक्टरी ने मिसाल पेश की है. यहां कई तालाब बनाये गये हैं, जिनमें बरसात के जल को एकत्र करके इसका उपयोग किया जाता है. यहां इतने तालाब बनाये गये हैं कि अगर दो साल तक भी यहां बारिश नहीं हुई, तब भी पानी की किल्लत नहीं होगी.
उन्होंने कहा कि लोगों को प्रेरित करने के लिए यहां बनाये तालाबों की तस्वीरें सभी को दिखानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हरित आवरण को 17% करने के लिए इस वर्ष पांच करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है. इस कोरोना काल में भी वन एवं पर्यावरण विभाग ने बेहतरीन काम किया. इसके तहत अब तक तीन करोड़ 91 लाख पौधारोपण हो चुके हैं.
मुख्यमंत्री ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के एक वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि प्रत्येक महीने के पहले मंगलवार को जल-जीवन-हरियाली दिवस मनाया जायेगा. इस दौरान आम लोगों से संवाद भी किया जायेगा.
इस अभियान के तहत शामिल सभी 11 अव्यवों के आधार पर चलने वाली सभी सभी योजनाओं की गहन समीक्षा भी की जायेगी. जन जागरूकता अभियान चलाने के लिए जीविका समूह को खासतौर से जोड़ा जाये.
उन्होंने कहा कि मंगलवार को कार्यक्रम आयोजित करने की योजना पहले से थी, लेकिन कोरोना के कारण यह शुरू नहीं हो पाया था. आज पहली बार इसकी शुरुआत की गयी है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री का जनता दरबार कार्यक्रम जल्द ही शुरू होने जा रहा है. इसकी तैयारी शुरू हो गयी है. जल्द ही यह फिर से शुरू हो जायेगा. मालूम हो कि चुनाव का रिजल्ट आने के बाद उन्होंने इसका एलान िकया था.
सीएम ने कहा कि जल स्रोतों को अतिक्रमण मुक्त करने का अभियान लगातार जारी है. अब तक 15,688 तालाब व 3,577 कुओं को अतिक्रमण से मुक्त किया जा चुका है.
Posted by Ashish Jha