पटना. करीब पांच साल बाद 12 जुलाई से एक बार फिर जनता के दरबार में मुख्यमंत्री आ रहे हैं. मुख्यमंत्री सचिवालय चार देशरत्न मार्ग के संवाद में जनता दरबार का आयोजन होगा. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता से सीधा संपर्क होगा और जनता भी सीधा उनसे फरियाद कर सकेगी. जनता दरबार को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी की जा चुकी है.
बिहार सरकार के मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग द्वारा इस कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर ली गई है. मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अनुसार यह कार्यक्रम हर महीने के पहले दूसरे और तीसरे सोमवार को संवाद स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय चार देशरत्न मार्ग में आयोजित होगा. यह कार्यक्रम दिन में 11 बजे से शुरू कर दिया जाएगा. महीने के पहले दूसरे और तीसरे सोमवार को सुनी जाने वाली शिकायतों का विभाग भी निर्धारित कर दिया गया है.
पहले सोमवार को गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, कारा विभाग, मद्य निषेध विभाग, निगरानी विभाग खान एवं भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित सुनवाई होगी.
दूसरे सोमवार को स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग, कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग श्रम संसाधन विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित मामलों की सुनवाई होगी.
तीसरे सोमवार को ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, कृषि, सहकारिता, पशु एवं मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास एवं आवास, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण, परिवहन, आपदा प्रबंधन, वन एवं जलवायु परिवर्तन, योजना विकास, भवन निर्माण, पर्यटन, सूचना एवं जनसंपर्क, वाणिज्य तथा सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित मामलों की सुनवाई होगी.
12 जुलाई से शुरू हो रहे इस जनता दरबार में आने वालों के लिए जिला प्रशासन को वाहन की व्यवस्था करने को कहा गया है. कोरोना को देखते हुए इस बार कुछ खास नियम भी बनाये गये हैं. मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण ने बताया कि जनता दरबार में आनेवाले फरियादियों के लिए आवश्यक होगा कि उनका आरटीपीसीआर टेस्ट के साथ कोरोना का टीकाकरण कराना आवश्यक होगा. इसकी जिम्मेदारी सभी डीएम को सौंपी गयी है.
मुख्यमंत्री सचिवालय को प्राप्त आवेदनों को डीएम को भेज दिया जायेगा. आवेदकों को चिह्नित कर उनकी आरटीपीसीआर जांच और टीकाकरण सुनिश्चित कराया जायेगा. राजधानी पटना से दूरवर्ती जिलों को यह भी निर्देश दिया गया है कि वह आवदेकों को एक दिन पहले पटना के निकट के जिलों में भेज दें. वहां पर उनको रहने की व्यवस्था होगी. जिन जिलों के आवेदक एक दिन में आ सकते हैं, वहां के आवेदक सीधे जनता दरबार में पहुंचेंगे. उन्होंने कहा कि कोरोना के निर्धारित प्रोटोकाल का कार्यक्रम के दौरान पालन हो, इसका विशेष ख्याल रखा जायेगा.
इस बार एक दिन में अधिकतम 300 से 400 आवेदकों को ही निर्धारित तिथि को आमंत्रित किया जाएगा. इसके लिए मोबाइल एप के माध्यम से अपनी समस्या और शिकायत दर्ज कराने की व्यवस्था की गई है. जिन आवेदकों के पास मोबाइल की सुविधा नहीं होगी वैसे आवेदक अपने प्रखंड विकास पदाधिकारी अनुमंडल पदाधिकारी और जिला पदाधिकारी कार्यालय में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
वहां संबंधित अधिकारी द्वारा आवेदक के शिकायत को मोबाइल ऐप में प्रविष्ट किया जाएगा. इसके लिए आवेदक को आधार संख्या और मोबाइल नंबर देना होगा. आवेदकों द्वारा प्राप्त सभी आववेदन संबंधित पदाधिकारियों को मिलेगा, जिन्हें वे मोबाइल एप अथवा वेबसाइट पर लॉगिन कर देख सकेंगे. आवेदन अस्वीकृत होने की स्थिति में आवेदक को करण के साथ इसकी सूचना दी जाएगी. जनता के दरबार में वैक्सीनेशन लेकर ही आना होगा.
Posted by Ashish Jha