JDU राज्य कार्यकारिणी की बैठक में ये अहम प्रस्ताव हुए पास, CM नीतीश की भूमिका को लेकर बनाई गई खास रणनीति

Bihar politics: जनता दल-यूनाइटेड (जदयू JDU) की दो दिवसीय बैठक शनिवार को पटना स्थित राज्य मुख्यालय में हुई. बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की भूमिका को लेकर खास रणनीति तैयार की गई.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2022 6:07 PM

Bihar politics: बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) की दो दिवसीय बैठक शनिवार को पटना स्थित राज्य मुख्यालय में हुई. पहले दिन राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेताओं एवं देशभर के पदाधिकारियों शामिल हुए हैं. राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष भी बैठक में मौजूद रहे. बैठक में कई अहम प्रस्ताव पास हुए. पार्टी को राज्य में पंचायत स्तर तक मजबूत करने को लेकर चर्चा की गई. इसके अलावे ष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष की एकजुटता पर विचार-विमर्श किया गया. साथ ही 2024 चुनाव को देखते हुए नीतीश की भूमिका राष्ट्रीय स्तर पर क्या हो इसपर भी म‍ंथन किया गया. बता दें कि कल चार सितंबर को भी राष्ट्रीय परिषद की बैठक होनी है.

बैठक में चुनाव समेत इन मुद्दों पर हुई चर्चा

बैठक में बेरोजगारी, महंगाई, किसानों की स्थिति पर आवाज कैसे मुखर करनी है इसको लेकर रणनीति बनाई गई. पार्टी का सदस्यता अभियान पंचायत स्तर पर शुरू करने को लेकर भी मंथन किया गया. इसके अलावे संगठनात्मक चुनाव और विभिन्न राज्यों में संगठन विस्तार, चुनाव लड़ने सहित कई एजेंडों पर मुहर लगी. बैठक में नीतीश कुमार के नेतृत्व में कदम से कदम मिलाकर चलने का फैसला भी लिया गया.

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बीजेपी पर धोखेबाजी का लगाया आरोप

बैठक में एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें कहा गया कि 2020 के विधानसभा चुनाव में सहयोगी दल बीजेपी के षड्यंत्र से हमारी सीटें कम हो गई. कहा गया कि नीतीश कुमार उस समय मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे लेकिन बीजेपी नेतृत्व के आग्रह पर उन्होंने मुख्यमंत्री बनना स्वीकार किया. जदयू के नेताओं ने एक स्वर में कहा कि बीजेपी 2020 के विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक जदयू के साथ छल और घोखेबाजी कर रही है.

बीजेपी पर नीतीश कुमार ने साधा निशाना

इससे पूर्व बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केन्द्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि बीजेपी ने जिन पार्टियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है, अब वह उन्ही के साथ सरकार बना रही है. बिहार ने देखा है कि हमने कभी भी भ्रष्टाचारियों के साथ समझौता नही किया है. अब यह नजारा 2024 में देश भी दिखेगा. बता दें कि नीतीश कुमार ने बीजेपी से गठबंधन तोड़कर नई सरकार बनाई है. इस सरकार में राजद, कांग्रेस एवं वामदलों का साथ है.

मणिपुर में लगा बड़ा झटका

बिहार में बीजेपी के साथ नाता तोड़कर राजद-कांग्रेस महागठबंधन के साथ सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार को मणिपुर में बड़ा झटका लगा है. मणिपुर में जनता दल यूनाइटेड के पांच विधायक सत्ताधारी पार्टी बीजेपी में शामिल हो गए हैं. राष्ट्रीय राजनीति में पांव पसारने के बारें में सोच रहे बिहार के मुख्यमंत्री के लिए ये बड़ा सियासी नुकसान माना जा रहा है.

ये विधायक हुए बीजेपी में शामिल

नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले विधायकों में एन सनाते, केएच जॉयकिशन, मोहम्मद अछबउद्दीन, राज्य के पूर्व पुलिस महानिदेशक एएम खाउटे और थांगजाम अरूण कुमार शामिल हैं. बताया जा रहा है कि एएम खाउटे और थांगजाम अरुण कुमार विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन सफलता नहीं मिलने पर वो जनता दल यूनाइटेड में शामिल हो गए थे.

JDU ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी

बता दें कि इसी साल हुए मणिपुर विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने पूरे राज्य में 38 प्रत्याशी खड़े किए थे. जिसमें 6 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी. इनमें अब 5 विधायक बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. वहीं, अभी एक विधायक जेडीयू में ही है.

अरूणाचल में भी हुआ था खेला

गौरतलब है कि इससे पहले जनता दल यूनाइटेड के साथ अरूणाचल प्रदेश में भी खेला हुआ था. पार्टी के सभी 7 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे. साल 2019 में हुए अरूणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जेडीयू ने 7 सीटें जीती थीं और वो चुनावी नतीजों के बाद राज्य की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. लेकिन बाद में जेडीयू के सभी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे.

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