मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा सोमवार को जनता दरबार (Nitish Kumar Janta Darbar) का आयोजन किया गया था. यहां मुजफ्फरपुर की एक महिला फरियादी बनकर पहुंची. महिला गीता देवी ने सीएम से शिकायत की कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) का लाभ नहीं दिया जा रहा है. उसके आवास की स्वीकृति दो वर्ष पहले मिल गयी थी. इसके बाद भी, आवास को प्रखंड स्तर पर लटकाकर रखा गया है. शिकायत के बाद मुख्यमंत्री ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को फोन लगाया. उन्होंने कहा कि महिला का मामला आया है. देखिए.. वो बता रही है कि उसका आवास स्वीकृत है. लेकिन दिया नहीं जा रहा है. उसकी शिकायत है कि बोचहा का आवास सहायक तीस हजार रुपये मांग रहा है. आप बताइये कि कितनी खराब बात है. मामले में तुरंत एक्शन लीजिए.
जनता दरबार में पहुंची एक महिला ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी हैरान कर दिया. अरवल से आयी महिला किरण शर्मा ने शिकायत की कि उसके यहां गली और नाली का निर्माण आज तक नहीं हुआ. लाख कोशिशों के बाद भी काम नहीं हो रहा है. बीडीओ खुद कहते हैं कि काम नहीं होगा. महिला की बात पर सीएम ने कहा …अरे…नहीं बना है ? कमाल है… उन्होंने तुरंत प्रधान सचिव दीपक कुमार और एस. सिद्धार्थ को बुलाया और कहा कि महिला को नाली योजना का लाभ क्यों नहीं मिल रहा है. तुरंत एक्शन लेकर अपुडेट करिए. साथ ही, पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव को भी फोन किया. इसके बाद महिला से कहा कि जाइये.. आपका काम हो जाएगा.
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मोतिहारी में जहरीली शराब से मरने वालों पर सीएम ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि राज्य सरकार के द्वारा बड़े स्तर पर लोगों को शराब के खिलाफ जागरुक किया जा रहा है. शराब बेचने और पीने वालों को पकड़ा जा रहा है. मगर फिर भी लोग गड़बड़ कर रहे हैं. उन्होंने मरने वालों के परिजनों के लिए सीएम रिलिफ फंड से चार-चार लाख रुपये मुआवजा की घोषणा की. उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 से जहरीली शराब से मरने वाले लोगों के परिजनों को इसका लाभ दिया जाएगा.