Janta Darbar: सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के द्वारा सोमवार को जनता दरबार का आयोजन मुख्यमंत्री सचिवालय में किया गया. मुख्यमंत्री ने राज्य के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे फरियादियों की समस्याओं को सुन कर उनका समाधान किया. महीने का पहला सोमवार होने के कारण मुख्यमंत्री ने गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, कारा विभाग, मद्यनिषेध विभाग, निगरानी विभाग खान एवं भूतत्व विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतों को सुना. जनता दरबार में बांका से आए एक व्यक्ति ने जमीन से जुड़ा विवाद सुनाया. उसने कहा कि कुछ लोगों ने दारू पीकर आए थे. उसपर पिस्तौल तान दी और बम से उड़ने की धमकी देने लगे.
फरियादी की बात सुनकर सीएम ने पूछा- केस किए हैं. शिकायतकर्ता ने कहा कि थाना गए थे. मगर, शिकायत लिखी नहीं गयी. उल्टे परेशान करने वाले से थानेदार ने पैसे ले लिये हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने सीधे डीजीपी को फोन लगाया. उन्होंने कहा कि बांका से चंद्रनारायण आए हैं. पैतृक जमीन के गड़बड़ करके बेच दिया है. केस करने थाना गए तो थानेदार गड़बड़ करने वाले से पैसा लेकर भगा दिया है. जरा देख लीजिए. इसकी पूरी बात सुन लीजिए और एक्शन लीजिए.
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जनता दरबार में भागलपुर से एक व्यक्ति अपनी फरियाद लेकर पहुंचा. उसने सीएम को बताया कि भागलपुर नगर निगम में घोटाला हुआ था. मैंने उसका विरोध किया तो लोगों ने पकड़कर पीटा. हमने केस दर्ज कराने के लिए एसएसपी, डीआईजी, डीएम और कमिश्नर तक को आवेदन दिया. मगर आज तक कार्रवाई नहीं हुई. युवक की शिकायत पर मुख्यमंत्री ने डीजीपी को फोन लगाकर कहा कि युवक का केस दर्ज नहीं हो रहा है. उसके तत्काल देखिए कहां गड़बड़ है. इसी तरह सीतामढ़ी से आए एक व्यक्ति ने शिकायत की कि उसके रिश्तेदार की हत्या हुई थी. मगर, केस में आज तक कार्रवाई नहीं हुई. सीएम ने डीजीपी को कहा कि युवक आए हैं. मर्डर के केस में कार्रवाई नहीं हुई है. इसको भी देखिए.