पटना. सूबे की एनडीए सरकार का जल्द ही मंत्रिमंडल विस्तार होने जा रहा है. इसके 11 से 15 दिसंबर के बीच विस्तारित होने की संभावना जतायी जा रही है. इस बार के नये मंत्रिमंडल में 16 के आसपास नये मंत्री बनाये जा सकते हैं.
पहले चरण में मुख्यमंत्री समेत 15 मंत्री बने थे, जिसमें सात भाजपा कोटे के हैं. इस बार होने वाले विस्तार में 16 अतिरिक्त मंत्रिय़ों के बनने से नये एनडीए सरकार के मंत्रिमंडल में कुल मंत्रियों की संख्या 31 हो जायेगी.
निर्धारित मानक के अनुसार, अधिकतम 36 मंत्री बनाये जा सकते हैं. इस बार होने वाले विस्तार में भाजपा कोटा से नौ या 10 मंत्री बनाये जाने की चर्चा है. इस तरह इस बारे के मंत्रिमंडल में भाजपा कोटा के मंत्रियों की संख्या 17 के आसपास होने की संभावना है. भाजपा आला कमेटी सोशल इंजीनियरिंग का ध्यान रखते हुए नौ से 10 मंत्रियों के नाम को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है.
इस बार जिस समीकरण का ध्यान रखते हुए मंत्री बनाने की तैयारी है. उसके तहत राजपूत, ब्राम्हण, भूमिहार, यादव, कुर्मी समाज से आने वाले एक-एक विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है. इसके अलावा कुशवाहा समाज से एक एमएलसी को भी मंत्री बनाने की चर्चा है.
अतिपिछड़ा समाज से आने वाले बगहा विधायक के अलावा पासवान समाज के विधायक को भी मंत्री बनाया जा सकता है. इसके अलावा पूर्णिया या कटिहार क्षेत्र से एक विधायक को मंत्री पद दिया जा सकता है. वहीं, पार्टी के कुछ शीर्ष नेता पूर्व कृषि मंत्री प्रेम कुमार और पूर्व पथ निर्माण मंत्री प्रेम कुमार को फिर से मंत्रिमंडल में उचित स्थान देने की वकालत करने में लगे हैं.
इन तमाम बातों का ध्यान रखते हुए भाजपा इस बार नये मंत्रिमंडल को आकार देने में जुटी हुई है. इसे लेकर शीर्ष नेता के बीच शुरुआती दौर की बातचीत भी हो चुकी है. अब शीर्ष नेतृत्व के स्तर से इस पर मुहर लगने के बाद इसे अमलीजामा पहना दिया जायेगा.
राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार से एक-दो पहले केंद्र का मंत्रिमंडल विस्तार होने की भी चर्चा जोरों पर है. इसमें पूर्व डिप्टी सीएम और राज्यसभा का सदस्य मनोनित होने जा रहे सुशील कुमार मोदी को कोई अहम मंत्रालय मिलने की संभावना है.
Posted by Ashish Jha