JDU की चुनावी बैठक में उस ‘पुर्जे’ का राज जानिए, जो नीतीश कुमार प्रखंड अध्यक्षों के पास जाकर खुद ले रहे थे..
आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जदयू की अहम बैठक मंगलवार को हुई. सीएम नीतीश कुमार ने प्रखंड अध्यक्षों के साथ बैठक की. प्रखंड अध्यक्षों को एक-एक पुर्जा दिया गया था. इस पुर्जे को उनके पास से खुद नीतीश कुमार ले रहे थे. जानिए इसमें क्या था.
Bihar politics: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में सभी दलें जोर-शोर से जुट गयी हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपनी-अपनी पार्टियों को आगाह कर दिया है कि समय से पहले भी चुनाव हो सकता है इसलिए अब चुनाव की तैयारी वो तेज कर दें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के 534 प्रखंड अध्यक्ष, नगर अध्यक्ष और जदयू नेता सहित करीब 580 लोगों के साथ बैठक की और अहम निर्देश दिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू प्रखंड अध्यक्षों को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जनसंपर्क अभियान में जुटने को कहा. वहीं इस बैठक में प्रखंड अध्यक्षों को एक-एक ‘पुर्जा’ क्यों दिया गया और उसमें ऐसा क्या था जो नीतीश कुमार के पास आया. जानिए पूरी बात…
पटना में जदयू के प्रखंड अध्यक्षों के साथ नीतीश कुमार की बैठक..
मंगलवार को पटना के 1 अणे मार्ग पर दूसरे दिन जदयू पार्टी के प्रखंड अध्यक्षों के साथ सीएम ने मैराथन बैठक की. उन्होंने निर्देश दिया कि आम लोगों को सरकार की उपलब्धियों की जानकारी दें और पार्टी से जोड़ने का अभियान तेज करें. इंडिया गठबंधन बनाने का उद्देश्य बताते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि केंद्र की गद्दी से भाजपा को हटाने ही ये गठबंधन बना है.
प्रखंड अध्यक्षों से नीतीश कुमार ने लिया ‘पुर्जा’…
जदयू के प्रखंड अध्यक्षों को इस बैठक में एक-एक पुर्जा मिला. बैठक शुरू होते ही ये पुर्जा उन्हें थमा दिया गया. इस पूर्जे में सभी प्रखंड अध्यक्ष अपनी-अपनी ओर से जानकारी लिख रहे थे. इसके अलावे अगर कोई सुझाव या शिकायत उनके पास थी, तो वो भी पुर्जे में उन्हें लिखना था. सबसे दिलचस्प यह था कि प्रखंड अध्यक्षों से ये पुर्जो खुद सीएम नीतीश कुमार ने अपने हाथों से लिया. इस दौरान कई प्रखंड अध्यक्षों ने अपनी बात सीएम के सामने रखी. सीएम काफी देर तक प्रखंड अध्यक्षों से बात करते दिखे.
नीतीश कुमार से जदयू प्रखंड अध्यक्षों ने क्या कहा..
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जदयू प्रखंड अध्यक्षों ने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ आम लोगों तक पहुंच रहा है. वे लोग आम लोगों के साथ निरंतर जनसंपर्क में भी हैं. कुछ लोगों की समस्याएं होती है, जिसे लेकर वह अफसरों के पास जाते हैं, तो अफसर उनकी बात नहीं सुनते. क्षेत्र में अधिकारियों का रवैया मनमानी पूर्ण है. इससे आम लोगों को समस्या हो रही है. इसकी जानकारी जब आमलोग जदयू नेताओं को देते हैं तो समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों के पास जाने के बाद अधिकारियों का रवैया उपेक्षा वाला होता है. इस शिकायत पर मुख्यमंत्री ने संज्ञान लेते हुये इसे दूर करने का आश्वासन दिया. बैठक में करीब 50 से अधिक जदयू प्रखंड अध्यक्षों ने अपनी बात रखी. मुख्यमंत्री के पूछने पर सभी ने एक स्वर से कहा कि वे सभी चुनाव के लिए तैयार हैं.
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जदयू प्रखंड अध्यक्षों ने कहा, अफसर बात नहीं सुनते..
जदयू प्रखंड अध्यक्षों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री ने उन सभी से क्षेत्र में सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास योजनाओं की जानकारी ली. साथ ही पूछा कि आम लोगों को इसका कितना फायदा मिल रहा है? इस पर बारी-बारी से करीब 50 से अधिक प्रखंड अध्यक्षों ने बताया कि सरकारी योजनाओं का फायदा आमलोगों को मिल रहा है. साथ ही कुछ स्थानीय जगहों पर कुछ समस्याओं की जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई. मुख्यमंत्री ने उनके समाधान का आश्वासन दिया. साथ ही कहा कि यदि अन्य समस्या भी हो तो उसकी जानकारी दें, जिससे समय रहते समाधान हो सके.
सीएम नीतीश कुमार ने प्रखंड अध्यक्षों को उनकी भूमिका बतायी..
सीएम नीतीश कुमार ने प्रखंड अध्यक्षों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि आपकी भूमिक को कम करके नहीं आंका जा सकता है. आप जो कहेंगे, पार्टी वो मानेगी. सियासी मामलों के जानकार इसे चुनाव के दौरान टिकट वितरण से जोड़कर देखते हैं. नीतीश कुमार ने साफ कहा कि सरकार काम कर रही है और अगर कोई शिकायत है तो खुलकर बताइए. अगर ये सरकार के स्तर का मामला होगा तो सरकार इसे देखेगी और अगर ये पार्टी स्तर की बात होगी तो पार्टी इसका समाधान करेगी.
बिहार में इस बार आमने-सामने होंगे जदयू और भाजपा
बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जदयू ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. उधर राजद भी बूथ स्तर पर तैयारी मजबूती से करने में जुटी है. बिहार में इस बार लोकसभा चुनाव में समीकरण बदले रहेंगे. जदयू और भाजपा एकदूसरे के खिलाफ मैदान में उतरेगी. एनडीए और महागठबंधन आमने-सामने होंगे. नीतीश कुमार की पहल पर विपक्षी खेमा एकजुट हुआ है और इंडिया गठबंधन बनाकर वोटों के बिखराव को रोकने के प्रयास में लगा है. नीतीश कुमार ने भाजपा को केंद्र की गद्दी से उतारने के लिए इस बार देशभर के विपक्षी नेताओं को एक मंच पर लाने का प्रयास किया है.