बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने फिर एकबार कहा कि केंद्र सरकार समय से पहले लोकसभा चुनाव करा सकती है. इस बार सीएम ने इसके पीछे की वजह तो बताई ही बल्कि ये भी उन्होंने बताया कि ये आखिर कैसे संभव है या उन्हें इसकी आशंका क्यों लग रही है. नीतीश कुमार ने अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल को भी याद दिलाया.
नीतीश कुमार ने कहा कि जिस सरकार को बहुमत है, वह चाहे तो समय से पहले चुनाव करा सकती है. उन्होंने कहा कि जब हमलोग अटलजी के साथ थे, तो उन्हीं की पार्टी के लोगों ने तीन-चार माह पहले चुनाव करा दिया था. हालांकि, अटलजी नहीं चाहते थे. मुख्यमंत्री शुक्रवार को राजभवन में जदयू विधायक रत्नेश सदा के मंत्री पद पर शपथ ग्रहण के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
सीएम ने कहा कि विपक्षी एकता की शुरुआत हो गयी है, तो उनलोगों को लग सकता है कि ये लोग मिलकर आगे बहुत मूवमेंट करेंगे, तो ज्यादा नुकसान होगा. इसलिए वे लोग पहले चुनाव करा सकते हैं. ऐसी संभावना रहती है. विपक्ष की सभी पार्टियों को अलर्ट किया है कि मिलकर लड़ियेगा, तभी आपको विजय मिलेगी.
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वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि पूरा देश जानता है कि लोकसभा चुनाव पहले कराने का अधिकार सिर्फ प्रधानमंत्री को है. अगर उनको इसकी जानकारी है, तो इसका मतलब है कि मुख्यमंत्री की बात प्रधानमंत्री जी से हुई है न? अगर हुई है तो नीतीश जी को यह बताना चाहिए.
बता दें कि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी थी और समय से पूर्व ही लोकसभा चुनाव होने की संभावना व्यक्त की थी. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि यह केंद्र सरकार के हाथ में और भाजपा की स्थिति ठीक नहीं है. पार्टी के अंदरूनी सर्वे में ये पता चला है कि उनकी स्थिति कमजोर है. भाजपा डरी हुई है.
Published By: Thakur Shaktilochan