जनता दरबार में मुख्यमंत्री के सामने फरियादी बन पहुंचे नीतीश कुमार, जानें क्या था मामला

जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दौरान आज उस वक्त मामला रोचक हो गया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने दूसरा नीतीश कुमार अपनी शिकायत लेकर पहुंचा. सीएम नीतीश कुमार ने हंसते हुए पूछा कि तुम्हारा भी नाम नीतीश कुमार है?

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 14, 2022 12:44 PM

पटना. जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के दौरान आज उस वक्त मामला रोचक हो गया जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने दूसरा नीतीश कुमार अपनी शिकायत लेकर पहुंचा. सीएम नीतीश कुमार ने हंसते हुए पूछा कि तुम्हारा भी नाम नीतीश कुमार है? दरअसल, बेगूसराय जिले से एक युवक अपनी फ़रियाद लेकर सीएम के जनता दरबार आया था. फरियादी का नाम भी नीतीश कुमार ही है.

इसका काम जल्दी करा दीजिये

फरियादी की शिकायत थी कि उसके पिता मध्य विधालय में रसोइया के पद पर कार्यरत थे. उसने कहा कि पिता की मौत के बाद से मुझे न तो सहायता राशि मिली और न ही मुझे बैंक में नॉमिनी के तौर पर पैसे मिल पाते हैं. ये सुनते ही सीएम नीतीश कुमार ने तुरंत अधिकारी को फ़ोन लगाया और कहा कि बेगूसराय से एक लड़का आया है. इसका भी नाम नीतीश कुमार है. मामला देख लीजिये…इसका काम जल्दी करा दीजिये.

कितने नीतीश कुमार हैं यहां भाई?

इतना ही नहीं, भागलपुर से भी एक फरियादी पहुंचा जिसका नाम भी नीतीश कुमार ही था. दूसरा नीतीश कुमार को देखते ही सीएम हैरान हो गये. उन्होंने इस फरियादी से भी पूछ दिया कि तुम्हारा भी नाम नीतीश कुमार है? कितने नीतीश कुमार हैं यहां भाई? इस पर वहां मौजूद सभी अधिकारी सभी हंस पड़े.

इन विभागों की सुनी फरियाद

सीएम आज स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग, कल्याण विभाग, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग श्रम संसाधन विभाग एवं सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी.

दूसरी बार फरियाद लेकर पहुंचा युवक

इसी बीच, सीएम नीतीश के सामने एक फरियादी ऐसी शिकायत लेकर पहुंचा कि वे सोच में पड़ गये. पश्चिमी चंपारण से आये एक युवक ने नीतीश कुमार से कहा कि उसके परिजन की कोरोना से अस्पताल में ही मौत हो गई थी, लेकिन अनुमंडल अस्पताल का कहना है कि मौत कोरोना से नहीं हुई है. फरियादी ने मुख्यमंत्री से कहा कि मैं एक बार पहले भी जनता दरबार में आ चूका हूं, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिल पायी है.

अधिकारी को लगायी फटकार

इतना सुनते ही सीएम नीतीश कुमार ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव को फ़ोन लगा दिया. उन्होंने अधिकारी को फटकार लगाते हुए कहा कि अनुमंडल अस्पताल की ओर से कहा जा रहा है कि कोरोना जांच नहीं कराया गया है. बाकी जगह से जो रिपोर्ट आई है वह कोरोना पॉजिटिव है. युवक दूसरी बार शिकायत लेकर आया है. इसकी शिकायत का निपटारा क्यों नहीं किया गया? युवक पश्चिमी चंपारण का रहने वाला है, जो दूसरी बार शिकायत लेकर पटना जनता दरबार में आया है.

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