Nitish kumar-Tejashwi Yadav: बिहार में मंगलवार को बड़ा सियासी घटनाक्रम सामने आया. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा (Nitish Kumar Resign) सौंप दिया है. अब यह साफ हो चुका है कि नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ सरकार बनाएंगे. इन सब के बीच महागठबंधन ने भी नीतीश कुमार को अपना नेता चुन लिया है.
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने तुरंत ही नई सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया. नीतीश कुमार ने राज्यपाल को 160 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी सौंपी. हालांकि हम (HAM) पार्टी के प्रमुख जीतन राम मांझी ने भी नीतीश कुमार को समर्थन करने का ऐलान किया. हम पार्टी के कुल 4 विधायक हैं. ऐसे में नीतीश के पास अब 164 विधायकों का समर्थन हो गया है. बता दें कि इस्तीफा देने के फौरन बाद नीतीश कुमार सीधे राबड़ी देवी के घर पहुंचे, जहां उन्होंने तेजस्वी यादव के साथ बैठक कर सरकार के गठन को लेकर चर्चा की.
राजभवन में राज्यपाल को इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि कहा कि हमने एनडीए छोड़ दिया है, एनडीए छोड़ने के लिए सभी सांसद और विधायक राजी थे. उनसे बातचीत के बाद हमने ये फैसला लिया. उन्होंने ये भी बताया कि अब आरजेडी के साथ नई सरकार बनाएंगे. उन्होंने ने 160 विधायकों के समर्थन का दावा किया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्यपाल ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. इधर, नीतीश के इस्तीफा देने के बाद पटना स्थित पार्टी कार्यालय में बीजेपी ने प्रेस वार्त्ता की.
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि 2020 विधानसभा चुनाव में मैनडेंट बिहार में बीजेपी और जदयू को मिला था. प्रधानमंत्री ने नीतीश कुमार को सीएम बनाया. बिहार की जनता को धोखा दिया गया है. उन्होंने आरोप लगाया कि जनता के जनादेश के साथ नीतीश कुमार ने धोखा किया. जनता माफ नहीं करेगी.