पटना: मेडिकल कालेजों में बायोमैट्रिक्स हाजिरी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान सामने आया है. सीएम ने अस्पतालों में डाक्टरों की मौजूदगी पर स्वास्थ्य विभाग को कड़े निर्देश देते हुए कहा कि ‘जिसको नौकरी करनी है, उसे तो व्यवस्था के अंदर रहना ही होगा’. उक्त बातें सीएम ने सोमवार को पटना में आयोजित मुख्यमंत्री जनता दरबार कार्यक्रम में कही.
दरअसल, जनता दरबार कार्यक्रम में मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कालेज अस्पताल में डाक्टरों की गैर मौजूदगी का मामला सामने आया. इस पर मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से कहा कि ‘देखिए क्या हो रहा है. हम जो बनवाये हैं,जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज. हम यूनिवर्सिटी बना रहे हैं और वहां चिकित्सक रहबे नहीं करेगा तो क्या होगा’.
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिसको नौकरी करनी है उसको तो रहना ही होगा. फिर मुख्य सचिव की तरफ ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि मधेपुरा मे़डिकल कॉलेज में सप्ताह में एक दिन आता है और हाजिरी बनाकर चला जाता है. इस पर मुख्य सचिव बोले- यह तो बहुत बुरा है. सीएम ने कहा कि यह सब देखिए. मुख्यमंत्री के सवाल पर अपर मुख्य सचिव ने कहा कि हम बायोमेट्रिक सिस्टम लगा रहे हैं. अब भागने का सवाल ही नहीं है. उन्होंने मुख्यमंत्री को आश्वास्त करते हुए कहा कि, हो जायेगा सर. बायोमेट्रिक लागू कर रहे हैं.
बता दें कि बिहार सरकार ने मरीजों के हितों को घ्यान में रखते हुए राज्यभर के अस्पतालों में बायोमैट्रिक अटेंडेंस लागू किया है. इसको लेकर बीते दिनों 11 सूत्रीय मांगो को लेकर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे. इस वजह से बीते दिनों OPD सेवा पूरी तरह से बाधित रही थी.