बिहार में बढ़ रहे कोरोना के मामले पर बोले सीएम नीतीश कुमार, राज्य सरकार तैयार मगर सभी रहें सतर्क
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना का चक्कर चलता ही रहेगा मगर हम 2020 से ही निरंतर उसमें सक्रिय हैं. बिहार में हम लोग अभी भी जांच करा रहे हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण (Corona Case in Bihar) के मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना का चक्कर चलता ही रहेगा मगर हम 2020 से ही निरंतर उसमें सक्रिय हैं. बिहार में हम लोग अभी भी जांच करा रहे हैं. देश में जितनी जांच हो रही है उसकी एक-चौथाई जांच हम बिहार में शुरू से ही करवा रहे हैं… अब मामले बढ़ने लगे हैं और ज्यादा मामले पटना में बढ़ रहे हैं. मैं तो कहता ही हूं कि सभी को सतर्क रहना चाहिए. गौरतलब है कि ये बातें उन्होंने पटना में स्वास्थ्य समिति के नए भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के बाद कही. उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी मौजूद थे.
#WATCH कोरोना का चक्कर चलता ही रहेगा मगर हम 2020 से ही निरंतर उसमें सक्रिय हैं। बिहार में हम लोग अभी भी जांच करा रहे हैं। देश में जितनी जांच हो रही है उसकी एक-चौथाई जांच हम बिहार में शुरू से ही करवा रहे हैं… अब मामले बढ़ने लगे हैं और ज्यादा मामले पटना में बढ़ रहे हैं। मैं तो… pic.twitter.com/cU8dW2klCR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 7, 2023
पटना में सामने आए 16 नए मामले
राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. बीते 24 घंटों में पटना 16 कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं. संक्रमितों में एक पीएससी की नर्स भी शामिल हैं. जिले में 4236 सैंपलों की जांच की गयी थी. इसमें 16 लोग संक्रमित पाए गए हैं. सबसे अधिक पटना के पीएमसीएच में तीन मरीज मिले हैं. इसके साथ ही, पटना में संक्रमित मरीजों की संख्या 46 हो गयी है. वर्तमान में पटना एम्स में एक मरीज को गंभीर स्थिति में भर्ती कराया गया है. बाकि मरीजों का इलाज होम आइसोलेशन में चल रहा है. इसके साथ ही, एनएमसीएच में वैशाली की दो महिलाएं भी संक्रमित मिले है.
बिहार में ठप है कोविड वैक्सीनेशन
बिहार में एक तरफ कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है. दूसरी तरफ, कोविड वैक्सीनेशन ठप पड़ा हुआ है. बड़ी संख्या में लोगों ने कोविड का बुस्टर डोज नहीं लिया है. इसके साथ ही, 12 से 14 वर्ष तक के 39 प्रतिशत बच्चों को अभी तक कोविड की वैक्सीन लगी ही नहीं है. ऐसे में संक्रमण अगर वृह्द होता है तो इनको सबसे ज्यादा खतरा होगा.