मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगले तीन महीने में सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में मरीजों व चिकित्सकों के लिए हैंडलूम-खादी के बने ड्रेस का इस्तेमाल शुरू हो जायेगा. उन्होंने कहा कि प्रदेश में पुरानी तकनीक वाले विद्युत करघाओं के उन्नयन के लिए जल्दी ही नयी योजना लायी जायेगी. उन्नयन योजना के तहत नयी तकनीक और अधिक क्षमता वाले विद्युत हथकरघा स्थापित करने में राज्य सरकार बुनकरों को हर तरह की मदद करेगी. पुरानी विद्युत तकनीक आधारित करघों की जगह अब कम विद्युत खपत और अधिक उत्पादन क्षमता वाले करघाओं को अपनाने की जरूरत है. पुराने करघे अनुपयोगी हो चुके हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह बात रविवार को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि सरकार हथकरघा उद्योगों के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराने विशेष केंद्र खोलेगी. इन केंद्रों के जरिये करघा बुनकरों को सूती, मलबरी और तसर सिल्क के कच्चे धागे उपलब्ध कराये जायेंगे. अभी कच्चे माल की उपलब्धता कई बार चुनौती बन जाती है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार की अतिथि शाला और कार्यालयों आदि में भी विभिन्न हस्तकरघा उत्पादों विशेषकर खादी के परदे, तकिया की खोल और चादरों का इस्तेमाल किया जायेगा. साथ ही उन्होंने सलाह दी कि हाल ही में राज्य सरकार ने औद्योगिक भूमि की कीमतों में काफी कमी की है. अगर बुनकर जरूरत समझें तो वह सस्ती जमीन ले सकते हैं. उद्योग विभाग की लेदर और टेक्सटाइल पॉलिसी भी बुनकरों की मदद करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुनकरों की बेहतरी के लिए उद्योग विभाग जल्दी ही नये डिजाइन के वस्त्रों के उत्पादन के लिए एक समेकित योजना लाने जा रहा है. उन्होंने कहा कि हस्तकरघा के क्षेत्र में महिलाओं को आगे आना होगा. अगर बुनकर गुणवत्ता पूर्ण उत्पाद तैयार करते हैं, तो दूसरे राज्यों में उसकी खरीद होगी. इससे बुनकरों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दोहराया कि प्रदेश के अस्पतालों में मरीज और चिकित्सकों के लिए हस्तकरघा से बने और डिजाइन किये गये वस्त्रों का ड्रेसकोड की भांति उपयोग होगा. इस दौरान उन्होंने बुनकरों की बेहतरी के लिए अब तक उठाये गये काम का भी जिक्र किया. हस्तकरघा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बिहार हस्तकरघा एवं रेशम निदेशालय की वेबसाइट, निफ्ट के स्टूडेंट की तरफ से विकसित किये गये हैंडलूम लोगो का लोकार्पण और बिहार हैंडलूम पुस्तिका का विमोचन किया.