Bihar: चौटाला की ‘चौखट’ से गरजे Nitish Kumar, कहा- ‘विपक्षी दलों के लिए एकजुट होना समय की जरूरत’
Bihar politics Nitsh kumar-Tejashwi yadav: नीतीश कुमार ने किसी का नाम लिए बगैर बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने कहा कि 'अगर सभी गैर-बीजेपी पार्टियां एकजुट हो जाएं तो देश को तबाह करने वालों से छुटकारा मिल सकता है'
पटना: इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की ओर से हरियाणा में पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवीलाल की जयंती के मौके पर एक विशाल रैली आयोजित की गई थी. इसमें भाग लेने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव समेत अन्य नेता पहुंचे थे. इस दौरान रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने बीजेपी का नाम लिए बगैर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘अगर सभी गैर-बीजेपी पार्टियां एकजुट हो जाएं तो देश को तबाह करने वालों से छुटकारा मिल सकता है’
कुछ शरारत करने वाले हर जगह हैं- मुख्यमंत्री
रैली को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में कोई वास्तविक हिंदू-मुस्लिम संघर्ष नहीं है. लेकिन कुछ शरारत करने वाले हर जगह हैं. उन्होंने कहा कि 1947 में विभाजन के बाद बड़ी संख्या में मुसलमानों ने भारत में रहने का विकल्प चुना था. इस देश पर सभी लोगों का समान रूप से अधिकार है. सीएम ने भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए समाज में ‘हिंदू-मुस्लिम गड़बड़ी’ पैदा करने की कोशिश करने का आरोप भी लगाया.
‘कांग्रेस के बिना विपक्ष की परिकल्पना अधूरी’
इनेलो की ओर से आयोजित इस रैली में मंच पर इनेलो नेता ओम प्रकाश चौटाला, शिरोमणि अकाली दल के सुखबीर सिंह बादल, एनसीपी के शरद पवार, सीपीआई (एम) के सीताराम येचुरी और शिवसेना के अरविंद सावंत जैसे अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव भी मंच पर थे, जिसे गैर-भाजपा दलों के बीच एकता की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि कांग्रेस की ओर से कोई भी रैली में शामिल नहीं हुआ. इस दौरान नीतीश कुमार ने मंच से सुझाव देते हुए कहा कि कांग्रेस और वाम दलों के बिना एक विपक्षी मोर्चे की परिकल्पना नहीं की जा सकती है. सीएम ने कांग्रेस विरोधी इतिहास वाले नेताओं सहित मंच पर मौजूद नेताओं से विपक्षी एकता पर काम करने के लिए आग्रह किया.
‘मुख्य मोर्चा समय की जरूरत’
अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने जोर देकर कहा कि गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेसी दलों के संदर्भ में कोई तीसरा मोर्चा नहीं, बल्कि सभी विपक्षी दलों का मुख्य मोर्चा समय की जरूरत है. उन्होंने कहा, ‘तब ऐसा मोर्चा अच्छी तरह से जीत जाएगा’. वहीं, रैली स्थल से निकलने के दौरान पत्रकारों से मुखातिब होते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में भाजपा सरकार के तहत कोई वास्तविक काम नहीं हो रहा है, उन्होंने मीडिया सहित विभिन्न संस्थानों पर अपना नियंत्रण थोपने का आरोप भी लगाया.
‘बिहार में बीजेपी बिल्कुल अकेली’
गृह मंत्री अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सात दल एक साथ हैं. बीजेपी बिल्कुल अकेली है. उन्होंने कहा कि बिहार में 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के विधानसभा चुनाव को भाजपा नहीं जीत सकती.