नीतीश कुमार ने देखा लॉकडाउन में बिहार आये हुनरमंद लोगों का उत्पाद, कहा- हर संभव सहायता के लिए हैं तैयार

लॉकडाउन की अवधि में नोएडा, सूरत, लुधियाना, अमृतसर और जैतपुर (गुजरात) से आये हुनरमंद लोगों द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों का पश्चिम चंपारण जिले के चनपटिया बाजार समिति प्रांगण जाकर मुआयना किया.

By Prabhat Khabar News Desk | January 1, 2021 7:40 AM

पटना / बेतिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार यहां काम शुरू करने वाले उद्यमियों को हर संभव सुविधा देगी.

लॉकडाउन की अवधि में नोएडा, सूरत, लुधियाना, अमृतसर और जैतपुर (गुजरात) से आये हुनरमंद लोगों द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों का पश्चिम चंपारण जिले के चनपटिया बाजार समिति प्रांगण जाकर मुआयना किया.

सीएम ने कहा कि यहां पर बहुत लोगों ने उद्योग लगाने की इच्छा जतायी है. हमलोग हर तरह से सहयोग करेंगे. पश्चिम चंपारण में ठीक ढंग से काम शुरू हो गया है. इन लोगों को जो भी आवश्यकता होगी, उसको पूरा किया जायेगा.

नयी औद्योगिक नीति में यह प्रावधान किया गया है कि उद्योग शुरू करने के लिए जिनको भी जगह की आवश्यकता होगी, उनको सरकार जगह उपलब्ध करायेगी. जगह उपलब्ध कराने के बाद उसको ठीक ढंग से विकसित किया जायेगा, ताकि जल्द काम शुरू किया जा सके. इससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा.

सीएम ने इस दौरान उत्पादों की मार्केटिंग, गुणवत्ता, कीमत, नयी तकनीक व मशीनों से संबंधित जरूरतों और उनकी दिक्कतों के बारे में विस्तार से जानकारी ली. सीएम ने अधिक-से-अधिक स्थानीय ओर नये लोगों को ट्रेनिंग देने की उद्यमियों से आग्रह किया.

उन्होंने बाजार समिति के पुराने स्ट्रक्चर का भी उपयोग करने का निर्देश दिया. निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से कहा कि कोरोना काल में लाॅकडाउन के दौरान काफी तादाद में लोग बाहर से बिहार आये.

ऐसे लोगों को बिहार में ही रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने को लेकर हमने औद्योगिक नीति में बदलाव किया. नया प्रावधान जोड़ा गया कि जो लोग बाहर से आयेंगे, उनको यहां पर काम शुरू करने को लेकर मदद की जायेगी.

नयी पालिसी के तहत कई जगहों पर काम शुरू किया गया. उन्होंने कहा कि यहां आकर मुझे काफी प्रसन्नता हुई. यहां एक सेंटर बनाकर अच्छे तरीके से लोग काम कर रहे हैं. यहां के उत्पाद को बिहार और देश के बाहर भी भेजा जा रहा है.

पश्चिम चंपारण के तर्ज पर सभी जिलों में होगा काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां निर्माण कार्य में नयी टेक्नोलाजी का प्रयोग किया जा रहा है. यहां की तरह ही सभी जिलों में काम किया जायेगा. कई जिलों में काम शुरू भी हुआ है. उद्योग लगाने वालों को सरकार मदद दे रही है.

बाहर से सामान मंगवाने और यहां के माल को बाहर भेजने में भी सरकार सहयोग करेगी. इसको लेकर सारी बातें हो चुकी हैं. हमलोगों का मकसद है कि बिहार में रोजगार के अवसर तेजी से पैदा किये जाएं.

पहले से ही हमारी सरकार कीे कोशिश रही है कि बिहार में उद्योगों को बढ़ावा मिले. उन्होंने कहा कि छोटे–छोटे उद्योगों के जरिये बहुत सारे लोगों को रोजगार मिलेंगे. सात निश्चय–2 के तहत नयी टेक्नोलाजी को लेकर लोगों को ट्रेंड किया जायेगा. इससे राज्य में उद्योग और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.

उन्होंने कहा कि यहां हमने लोगों से बातचीत की. सभी लोग संतुष्ट हैं. इन्हें सहयोग किया जायेगा और आगे बढ़ाया जायेगा. इस तरह के उद्योग को प्रोत्साहित किया जायेगा. इस दौरान उपमुख्यमंत्री रेणु देवी, मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, सीएम के ओएसडी गोपाल सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.

वाल्मीकीनगर जाना अब होगा आसान

मुख्यमंत्री ने पश्चिमी चंपारण जिले की मदनपुर–वाल्मीकिनगर सड़क का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने सड़क के बचे हुए निर्माण कार्य तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया. कहा कि इसका निर्माण पूरा होने पर वाल्मीकिनगर आने वाले पर्यटकों को परेशानी नहीं होगी.

इस दौरान मुख्यमंत्री ने इंडो-नेपाल बाॅर्डर रोड प्रोजेक्ट का भी निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने गंडक बराज का मुआयना और वाल्मीकिनगर के इको पार्क का भ्रमण किया. उन्होंने कहा कि बिहार में इको टूरज्मि को बढ़ावा दिया जा रहा है.

इसकी शुरुआत वाल्मीकिनगर से ही की थी. वाल्मीकीनगर आने पर लोग पहाड़, जंगल, नदी और वन्य प्राणी को देखेंगे. नयी पीढ़ी यहां आकर पर्यावरण के प्रति और संवेदनशील होगी. यहां प्रत्येक चीजों का आकलन किया गया है और उसे विकसित किया जा रहा है.

Posted by Ashish Jha

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