Loading election data...

नीतीश कुमार आज भी लेंगे बाढ़ग्रस्त जिलों का जायजा, बोले- सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का

मुख्यमंत्र नीतीश कुमार ने मंगलवार को पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिलों के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई जायजा लिया. बुधवार को वह तीन और बाढ़ग्रस्त जिलों समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी का जायजा लेंगे. पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग एवं जल संसाधन विभाग के साथ की समीक्षा बैठक की.

By Prabhat Khabar News Desk | July 7, 2021 6:48 AM

पटना. मुख्यमंत्र नीतीश कुमार ने मंगलवार को पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर जिलों के बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई जायजा लिया. बुधवार को वह तीन और बाढ़ग्रस्त जिलों समस्तीपुर, दरभंगा और मधुबनी का जायजा लेंगे. पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री ने आपदा प्रबंधन विभाग एवं जल संसाधन विभाग के साथ की समीक्षा बैठक की.

वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी व शिवहर जिलाें के डीएम भी जुड़े रहे. मुख्यमंत्री ने सभी प्रभावित जिलों के डीएम को हवाई सर्वेक्षण के लिए हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि डीएम अपने-अपने जिलों की वास्तविक स्थिति की जानकारी लें और उसके आधार पर आकलन करें.

पटना लौटने के बाद सीएम ने कहा कि हमने हवाई सर्वेक्षण के दौरान नदियों की वर्तमान स्थिति का भी जायजा लिया है. हमारी प्राथमिकता में यह काम सबसे ऊपर है. बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों के हवाई सर्वेक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस और मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार भी मौजूद थे.

बैठक में सीएम ने कहा कि लोगों के रिलिफ के लिए हम सबको काम करना है, उन्हें हर प्रकार से मदद करनी है. हमने शुरू से ही कहा है कि सरकार के खजाने पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. यह जरूरी है कि समय पर लोगों को सहायता उपलब्ध हो, इसके लिए संवेदनशीलता के साथ काम करें. एक-एक चीज का सही से आकलन होगा, तो रिलिफ वर्क में और बेहतर ढंग से हो सकेगा.

खेतीबारी को हुए नुकसान का ठीक से करें आकलन

सीएम ने कहा कि किसानों को कृषि कार्य में काफी नुकसान हुआ है. इसका ठीक से आकलन करें, ताकि उन्हें सहायता पहुंचायी जा सके. जो राहत कैंप बनाये गये हैं, वहां पर कोरोना जांच और टीकाकरण कार्य अवश्य कराएं. जो कोरोना पॉजिटिव पाये जाते हैं, उनके रहने और देखभाल की अलग से व्यवस्था की जाये.

अभी कोरोना का दौर भी है और बाढ़ की स्थिति भी है. इसको ध्यान में रखते हुए बचाव एवं राहत कार्य योजनाबद्ध ढंग से करें और आगे के लिए भी पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिये. समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि जून में पहले कभी इतनी बारिश नहीं हुई थी. इस बार अधिक बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी. आज हवाई सर्वेक्षण के दौरान वस्तुस्थिति से अवगत हुए. कई जगहों पर पानी का फैलाव है. खेतों में भी पानी फैला है.

बैठक में जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने जिलावार प्रखंडों, नदियों की स्थिति की जानकारी दी. पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, शिवहर एवं सीतामढ़ी के डीएम ने जिले में बाढ़ की अद्यतन स्थिति एवं इससे बचाव को लेकर किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने आपदा राहत कार्यों के संबंध में जानकारी दी.

बैठक में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार और चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य प्रत्यय अमृत, जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे, जबकि वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी और पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, शिवहर व सीतामढ़ी के डीएम जुड़े हुए थे.

Posted by Ashish Jha

Next Article

Exit mobile version