लोगों की आंख में धूल झोंकते हैं नीतीश कुमार, बोले सुधाकर सिंह- अधिकारी करते हैं खाद की कालाबाजारी

पूर्व मंत्री और विधायक सुधाकर सिंह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. राजद की ओर से जारी नोटिस का जवाब देने के बाद रविवार को मोतिहारी में आयोजित किसान पंचायत में सुधाकर सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार लोगों के आंख में धूल झोंकते हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 5, 2023 7:28 PM

मोतिहारी. पूर्व मंत्री और विधायक सुधाकर सिंह ने एक बार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है. राजद की ओर से जारी नोटिस का जवाब देने के बाद रविवार को मोतिहारी में आयोजित किसान पंचायत में सुधाकर सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार लोगों के आंख में धूल झोंकते हैं. नीतीश कुमार की निकम्मी सरकार के कारण बिहार के चार करोड़ नौजवान रोजगार के लिए दूसरे राज्यों में पलायन कर गये. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को बिहार की सत्ता अब नौजवानों के हाथ में सौंप देनी चाहिए.

राज्य की सरकार माफियाओं से मिली हुई है

पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह पूर्वी चंपारण के ढाका प्रखंड के गोरगावा स्थित झंडा मैदान में आयोजित किसान पंचायत में बोल रहे थे. अपने संबोधन में सुधाकर सिंह ने राजद-जदयू की गठबंधन सरकार पर जमकर हमला बोला. सुधाकर सिंह ने आरोप लगाया है कि राज्य की सरकार माफियाओं से मिली हुई है. बिहार के अधिकारी ही खाद की तस्करी करा रहे हैं. यहां के किसानों को समय से खाद नहीं मिल पा रहा है.

यह पूछना आप सभी की जिम्मेदारी

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के अधिकारी माफियाओं से मिलीभगत कर बिहार के खाद को नेपाल भेज रहे हैं. सुधाकर सिंह ने कहा कि एमपी या एमएलए हो विधानसभा और लोकसभा में किसानों के हित में कितना आवाज उठाते हैं? यह पूछना आप सभी की जिम्मेदारी है. तभी कुछ हो सकता है. मौके पर किसानों से पूर्व कृषि मंत्री ने संवाद भी किया. उनकी समस्या को विस्तार से जानने का प्रयास किया.

किसानों के विकास के बिना देश का विकास संभव नहीं

सुधाकर सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम करते हैं. किसी को उनके झांसे में नहीं आना है. नीतीश कुमार की सरकार बनते ही किसानों से मंडी छीन ली गयी. ऐसे में किसान कैसे खुशहाल होगा. झांसा देने वाले लोग नसीहत दे रहे हैं. बिहार में सड़क नाम की कोई चीज नहीं है. बिहार का विकास गांवों तक पहुंचते-पहुंचते गुम हो जाता है. राज्य में शिक्षा का भी बुरा हाल है. स्कूलों में शिक्षक पढ़ाने नहीं आते हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के विकास के बिना राज्य और देश का विकास संभव नहीं है.

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