पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केसीआर की रैली में बुलावा नहीं मिलने को लेकर कहा है कि वो रैली केसीआर की थी, वो किसे बुलाये न बुलाये इससे मुझे क्या मतलब है. मैं अभी समाधान यात्रा पर हूं. मेरा ध्यान अभी इस यात्रा पर है. उनका बुलाया भी आता तो जाने में परेशानी होती. मुख्यमंत्री गुरुवार को पटना के एसपी वर्मा रोड के पास स्वामीनंद चौराहे पर शूरवीर महाराणा प्रताप की साढ़े 10 फीट की प्रतिमा का अनावरण करने के उपरांत पत्रकारों से बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि कोई यदि अपनी पार्टी की रैली करता हैं और किसी को नहीं बुलाता है, तो इसमें कोई बड़ी बात तो नहीं है. हम कल भी इसको लेकर बता चुके हैं कि उनको अपनी पार्टी की रैली में किसको बुलाया हैं और किसको नहीं, उससे मुझे कुछ भी लेना-देना नहीं है. नीतीश कुमार ने कहा कि उनलोगों को भी इस बात की जानकारी है कि मैं अभी अपनी यात्रा में हूं और इसलिए इसी लिए उन्होंने बुलावा नहीं दिया होगा. अगर, बुलावा मिलता भी तो मैं चाह कर भी शामिल नहीं हो पाता. बिहार में बजट सत्र के बाद हम फिर से विपक्षी एकजुटता को लेकर निकलेंगे, तो उनसे मुलाकात जरूर होगी. उन्होंने कहा कि वे पहले ही कह चुकें हैं कि उनकी निजी कोई ख्वाहिश नहीं है. वे तो सिर्फ गैर विपक्षी दलों को एकजुट करना चाहतें हैं. उन्हें जो भी बुलायेगा,जहां भी बुलायेगें. वहां जाएंगे.
पटना के चौराहे पर स्थापित हुई यह प्रतिमा कांस्य प्रतिमा है. जिसमें महाराणा प्रताप को घोड़े पर सवार दिखाया गया है. यह प्रतिमा कल बनकर तैयार हुई और अब आज बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इनका समाज में बहुत बड़ा योजदान है. इनको लेकर राज्य में हमेशा कार्यक्रम होते रहता है. लेकिन, हमलोगों के मन में यह बात थी कि इनका हमारे यहां राजकीय समारोह मनाया जाये और इसी को लेकर आज इनकी मूर्ति को लगाया गया है. हमारी चाहत है कि नयी पीढ़ी के लोग भी इनकी मूर्ति को देखें और इनके बारे में जाने.