नीतीश कुमार ने यूपी के CM योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र, फिर से बदली सियासी फिजा, जानें क्या कुछ मांगा

Bihar politics: जेपी की जयंती के नाम पर बिहार में सियासत जोरों पर है. अमित शाह 11 अक्टूबर को बिहार आने वाले हैं. अमित शाह के दौरे से पूर्व बिहार के मुख्यमंत्री ने जेपी की जन्मभूमि को कई सौगातें दी. इसके बाद सीएम ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2022 6:26 PM

Bihar Politics: जेपी की जन्मभूमि सिताब दियारा इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. वजह जेपी की जयंती और 11 अक्टूबर को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सिताब दियारा का दौरा है. गृह मंत्री के दौरे को लेकर बिहार में सियासी उमस काफी बढ़ी हुई है.यहां अमित शाह के दौरे को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के ‘अपनी डफली-अपना राग’ वाला स्थिति है.

अमित शाह के दौरे पर बिहार के सीएम से लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत महागठबंधन के कई नेताओं ने निशाना साधा है. इन सब के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यूपी के सीएम योगी आदित्यानाथ को एक पत्र लिखा है. सीएम नीतीश के द्वारा यूपी के मुख्यमंत्री को लिखे गए इस पत्र के बाद बिहार में एक बार फिर से सियासी फिजा ने करवट बदली है.

योगी आदित्यानाथ से पत्र लिखकर की यह मांग

बता दें कि आज शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार ने अपने आवास से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सिताब दियारा में लोकनायक जयप्रकाश नारायण स्मृति भवन सह पुस्तकालय से मुख्य सड़क तक नव निर्मित सड़क का लोकार्पण किया. नीतीश कुमार ने सिताब दियारा को कई सौगातें देकर यह साफ कर दिया है कि उनके दिल में सिताब दियारा और जेपी के लिए कितना खास महत्व है. इसके बाद नीतीश कुमार ने जेपी की जन्मस्थली के ‘विकास नामक’ गेंद को बीजेपी के पाले में डाल दिया. दरअसल, सीएम नीतीश ने उतरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को पत्र लिखकर जेपी की जन्मस्थली जो यूपी की सीमा में आता है. उन इलाके का विकास कराने की गुजारिश की है.

सीएम ने पत्र में इन मुद्दों को उठाया

बिहार के मुख्यमंत्री ने पत्र में जयप्रकाश नारायण जी की जन्मभूमि सिताब दियारा के उत्तर प्रदेश क्षेत्र के लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण किये जाने का अनुरोध किया है. नीतीश कुमार ने पत्र में लिखा है कि लोकनायक जेपी जन्मभूमि सिताब दियारा ग्राम, जो बिहार एवं उत्तर प्रदेश की सीमा के पास गंगा एवं घाघरा नदी के संगम पर बिहार के सारण जिला में अवस्थित है. यहां बारिश के मौसम में गांव की भूमि के कटाव का खतरा बना रहता है. बीते कई सालों में यहां कटाव की स्थिति भी उत्पन्न हुई है. कटाव से निपटने के लिए बिहार की सीमा में घाघरा नदी पर रिंग बांध बनाया जा रहा है, जिसे बिहार की सीमा में पूर्ण कर लिया गया है. लेकिन यूपी की सीमा में बांध निर्माण का कार्य लंबित है, जिसे बिहार की सीएम ने योगी आदित्यनाथ से पूरा कराने की गुजारिश की है.

क्या है मामला?

बता दें कि जेपी की जन्मभूमि सिताब दियारा में हर साल घाघरा नदी के चलते बाढ़ का प्रकोप झेलना पड़ता है. वर्ष 2017-18 में बिहार भू-भाग में लगभग 04 किमी एवं उत्तर प्रदेश के भू-भाग में लगभग 3.5 किमी की लंबाई में रिंग बांध तथा अन्य कटाव निरोधक कार्य प्रारंभ किया गया था. घाघरा नदी पर बिहार सरकार द्वारा रिंग बांध एवं अन्य बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यों को तो पूरा कर लिया गया है. लेकिन यूपी की सीमा में यह कार्य लंबित है. जिसको लेकर सीएम नीतीश कुमार ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ को एक पत्र लिखा है.

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