पटना. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की सुरक्षा में बढ़ोतरी की गयी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय की सुरक्षा को अखिल भारतीय स्तर के लिए ‘जेड’ श्रेणी में अपग्रेड किया है. इससे पहले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ही उन्हें बंगाल में ‘जेड’ श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराती थी. अब उनकी सुरक्षा में सीआरपीएफ के 33 कमांडो तैनात होंगे. बताया जाता है कि आईबी की थ्रेट रिपोर्ट के आधार पर उनकी सुरक्षा बढ़ायी गयी है.
आईबी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित भाजपा के दिग्गज नेता जिहादियों के निशाने पर हैं. इस लिस्ट में बिहार भाजपा के दिग्गज नेता और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय का नाम भी शामिल है. आईबी की इसी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए गृह मंत्रालय ने नित्यानंद राय की सुरक्षा में बढ़ोतरी की है. आईबी रिपोर्ट में कहा गया है कि अंसार गजावातुल हिन्द नामक आतंकी संगठन की ओर से नित्यानंद राय की जान को खतरा है. अंसार गजावातुल हिन्द के नये अंतरिम कमांडर अमीर गाजी खालिद इब्राहिम ने भारतीय मुस्लिम युवाओं को उकसाने की कोशिश की है.
गांव की राजनीति करते हुए देश के गृह राज्य मंत्री पद तक पहुंचनेवाले नित्यानंद राय 1981 में एबीवीपी के जरिए छात्र राजनीति में कदम रखा और 1990 में लालू यादव की सरकार की इजाजत के बिना हाजीपुर से लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा को सकुशल पार कराकर राष्ट्रीय स्तर पर छा गये थे. गृह मंत्रालय द्वारा सीआरपीएफ वीआईपी सुरक्षा विंग को 57 वर्षीय राजनेता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश के बाद सशस्त्र दस्ते ने यह काम संभाल लिया है. मालूम हो कि सशस्त्र कर्मी, लगभग आठ से दस शिफ्टों में काम कर रहे हैं, जब भी वह देश भर में कहीं जाते हैं.