मुजफ्फरपुर में 3706 नियोजित शिक्षक निगरानी विभाग के रडार पर, जांच के बाद फर्जी शिक्षकों को भेजा जाएगा जेल
मुजफ्फरपुर में 3706 शिक्षकों का फोल्डर निगरानी विभाग को नहीं मिला है, उनकी तलाश शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है. वर्ष 2006 से 2015 तक नियोजित 13579 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की जानी है.
मुजफ्फरपुर: निगरानी विभाग की ओर से नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की चल रही जांच की समीक्षा मंगलवार को होगी. डीपीओ स्थापना कार्यालय में तीन जनवरी को सभी बीइओ को डॉक्यूमेंट के साथ बुलाया गया है. सभी प्रखंडों से रिकॉर्ड जुटाने के बाद यह पता चल सकेगा कि अब तक किन शिक्षकों का फोल्डर निगरानी विभाग को जांच के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया है.
3706 शिक्षकों का फोल्डर गायब
जिले के 3706 शिक्षकों का फोल्डर निगरानी विभाग को नहीं मिला है, उनकी तलाश शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है. वर्ष 2006 से 2015 तक नियोजित 13579 शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच की जानी है. निगरानी टीम के अनुसार 3706 शिक्षकों का फोल्डर ही नहीं मिला है.
जुलाई 2015 से चल रही है जांच प्रकिया
फोल्डर सहित जांच की प्रगति की समीक्षा के लिए विभागीय स्तर पर तीन जनवरी को समीक्षा बैठक होनी है. डीपीओ स्थापना डॉ प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने सभी बीइओ को 14 बिंदुओं पर साक्ष्य सहित डॉक्यूमेंट लेकर बैठक में उपस्थित होने को कहा है. जिले में नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच प्रक्रिया जुलाई 2015 से चल रही है.
अब तक शिक्षा विभाग व निगरानी टीम के बीच तालमेल भी नहीं बन सका है. विभाग के पास यह भी रिकॉर्ड नहीं है कि अब तक कितने शिक्षकों के फोल्डर निगरानी विभाग को उपलब्ध कराये गये.