सीतामढ़ी. दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए कोरोना के दो संदिग्धों की सीतामढ़ी सदर अस्पताल में सैंपल लेने के बाद वापस भेज दिया गया. दोनों संदिग्धों को बैरगनिया पहुंचने के बाद भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित बैरगनिया में दहशत का माहौल है. बीडीओ विजय कुमार मिश्र ने बताया कि गृह मंत्रालय द्वारा जारी सूची के अनुसार तबलीगी जमात के मरकज में शामिल होने वाले बिहार के 86 मौलाना में बैरगनिया नगर पंचायत के वार्ड 10 मेन रोड के दो लोगों का नाम क्रमशः 40 वें और 61वें नम्बर पर अंकित है. जारी सूची के अनुसार डीएम अभिलाषा कुमारी शर्मा के निर्देश पर दोनों कोरोना के संदिग्ध को स्थानीय सीएचसी में स्क्रीनिंग के बाद गुरुवार को सदर अस्पताल रेफर किया गया था. जहां दोनों का सैंपल लेकर उसे जांच के लिये डीएमसीएच दरभंगा भेजा गया है.
जांच रिपोर्ट आने के बाद कोरोना संक्रमण का पता चल सकेगा. फिलहाल दोनों को सीतामढ़ी के जानकी बिहार आइसोलेशन में रखने के बाद शुक्रवार को बैरगनिया स्थित उनके आवास पर भेज दिया गया है. जहां उन्हें होम क्वारंटाइन में रखा गया है. कोरोना के दोनों संदिग्ध को फिर से बैरगनिया भेजे जाने से लोगों में दहशत है. स्थानीय समाजिक कार्यकर्ता ब्रजमोहन कुमार ने बताया कि दोनों को होम क्वारंटाइन में रखना उचित नहीं है. उन्हें सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखना चाहिये. ग्रामीणों ने बताया कि दोनों संदिग्ध शनिवार को ही दिल्ली से एम्बुलेंस से लौटे थे. इस बीच चार दिनों तक उनकी मेडिकल जांच नहीं हुई थी. इस बीच दोनों संदिग्ध किस किस व्यक्ति से मिले. उन सबो की स्क्रीनिंग व जांच होनी चाहिये.
फिलहाल दोनों के सैंपल जांच की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. बता दें कि गुरुवार को सीमा से सटे नेपाल के गौर निवासी 11 मौलाना को नेपाल पुलिस ने एक मदरसा से पकड़ कर क्वारंटाइन किया था. उक्त सभी मौलाना भी तबदीली जमात के मरकज में शामिल होने के बाद दिल्ली से वापस लौटे थे. इलाले में तबदीली जमात के मरकज से वापस होने वाले मौलाना को लौटने से लोगों में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. लोगों के बीच दहशत का आलम यह है कि लोग अब यह पता लगाने में जुटे है कि उक्त मौलाना कहां कहां गए है और किस किस से मिले है.