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एनएमसीएच : नवंबर तक तैयार होगा 100 बेड वाला प्री-फैबफील्ड अस्पताल, मिलेगी ये सुविधा

आयुक्त कुमार रवि ने कहा कि एनएमसीएच में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. आयुक्त ने बीएमएसआइसीएल को निर्देश दिया कि 27 नवंबर, 2022 तक एनएमसीएच के परिसर में इसीआरपी-2 के तहत 100 बेड वाले प्री-फैबफील्ड (अस्थायी) अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए.

पटना. एनएमसीएच की रोगी कल्याण समिति की बैठक मंगलवार को प्रमंडलीय आयुक्त सह समिति के अध्यक्ष कुमार रवि की अध्यक्षता में हुई. बैठक में एनएमसीएच द्वारा मरीजों के कल्याण के लिए किये जा रहे कार्यों का जायजा लिया गया. अस्पताल के प्रबंधन, संचालन और उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी गयी. बैठक में आयुक्त कुमार रवि ने कहा कि एनएमसीएच में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष ध्यान दिया जायेगा.

मरीजों गुणवत्तापूर्ण आहार व दवाओं को उपलब्ध कराने का निर्देश

प्रशासनिक भवन, 600 बेडों के मेडिसिन विभाग और शिशु रोग विभाग के नये भवन के निर्माण के लिए विभाग से समन्वय स्थापित करने का निर्देश उन्होंने दिया. आयुक्त ने बीएमएसआइसीएल को निर्देश दिया कि 27 नवंबर, 2022 तक एनएमसीएच के परिसर में इसीआरपी-2 के तहत 100 बेड वाले प्री-फैबफील्ड (अस्थायी) अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा हो जाना चाहिए. आयुक्त ने मरीजों गुणवत्तापूर्ण आहार व दवाओं को उपलब्ध कराने को कहा है.

एक सप्ताह में होगा बायोमीटरिक अटेंडेंस

आयुक्त ने अस्पताल के सभी डॉक्टरों और कर्मियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए एक सप्ताह के अंदर बायोमीटरिक अटेंडेंस सिस्टम प्रणाली को लागू करने का निर्देश दिया है. सीसीटीवी से निगरानी का निर्देश दिया गया है.

लंबित प्रोत्साहन राशि का होगा भुगतान

आयुक्त ने निर्देश दिया है कि परिवार नियोजन अंतर्गत सर्जरी के बाद आशा और एएनएम के बीच प्रोत्साहन राशि के लंबित भुगतान का जल्दवितरण सुनिश्चित करें. आने वाले बाह्य रोगियों और भर्ती रोगियों के स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखी जाये.

तीन लाख रोगियों का ओपीडी में इलाज

अधीक्षक ने बताया कि इस वर्ष 26 सितंबर तक ओपीडी में करीब तीन लाख मरीजों का इलाज किया जा चुका है, जबकि 29,188 मरीजों को भर्ती किया गया. अस्पताल में अल्ट्रासाउंड, एक्सरे व पीपीपी मोड पर सीटी स्कैन, एमआरआइ की सुविधाएं हैं और लगभग 40 प्रकार की पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री जांच की सुविधा उपलब्ध है.

66 जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर रोस्टर वार उपलब्ध

इस साल अब तक अस्पताल में 2098 मेजर और 2585 माइनर सर्जरी हो चुकी हैं. संस्थान में क्लिनिकल केटेगरी में 110 सीनियर रेजिडेंट, 17 चिकित्सा पदाधिकारी और 66 जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर रोस्टर वार उपलब्ध हैं. एक श्रेणी की 503 नर्स, 12 ओटी सहायक, 14 लैब तकनीशियन, दो इसीजी तकनीशियन, चार एक्सरे तकनीशियन, 36 लिपिक और 107 चतुर्थवर्गीय कर्मचारी कार्यरत हैं.

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