पटना. प्रमंडलीय आयुक्त सह एनएमसीएच की रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष कुमार रवि ने अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में फेको मशीन लगाने का बीएमएसआईसीएल के अधिकारियों को निर्देश दिया. उन्होंने अस्पताल में रोगियों के स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी रखने, बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के साथ मानक गुणवत्ता की दवाएं उपलब्ध कराने को कहा. संस्थान के ओपीडी व आइपीडी में डॉक्टरों व स्वास्थ्यकर्मियों की नियमित उपलब्धता होनी चाहिए.
कुमार रवि ने अस्पताल में बायोमेडिकल अपशिष्ट के निष्पादन पर विशेष ध्यान देने की बात कही. पांच हजार वर्गफुट चिह्नित स्थल में कैंटीन- दीदी की रसोई, 500 सीट वाले ऑडिटोरियम, 600 बेड का मेडिसिन व शिशु रोग विभाग के लिए नया भवन निर्माण के लिए विभाग से नियमित समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया. वर्तमान में कार्यरत एजेंसी के कार्यों का लगातार मॉनीटरिंग करने और नियंत्रण रखने का निर्देश दिया. बायोमेडिकल अपशिष्ट के निष्पादन के लिए मेडिकल वेस्ट इन्सिनरेटर और म्युनिसिपल वेस्ट के निष्पादन के लिए ऑर्गेनिक वेस्ट कन्वर्टर की स्थापना के लिए स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करने को कहा गया.
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में 40 प्रकार की पैथोलॉजी/माइक्रोबायोलॉजी/बायोकेमिस्ट्री जांच की सुविधा है.अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे व पीपीपी मोड पर सीटी स्कैन/एमआरआइ की सुविधा भी है. पिछले एक साल में आउटडोर रोगियों की संख्या 6.98 लाख है. इनडोर रोगियों की संख्या 50,387 है. 5979 मेजर और 9030 माइनर ऑपरेशन हुए. 1.11 लाख मरीजों का एक्सरे, 10,742 रोगियों का डायलिसिस हुआ है.
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आयुक्त के निर्देश पर बीएमएसआइसीएल द्वारा एनएमसीएच परिसर में इसीआरपी-II के तहत 100 बेड वाले प्री-फैबफील्ड अस्पताल का निर्माण पूरा कर हैंडओवर कराया गया. एनएमसीएच की रोगी कल्याण समिति के आय के स्रोतों में वृद्धि के लिए क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं पटना प्रमंडल, उपाधीक्षक एनएमसीएच व क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक, स्वास्थ्य की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया. बैठक में एनएमसीएच के प्राचार्य व अधीक्षक, अपर समाहर्ता, क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, क्षेत्रीय अपर निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, सिविल सर्जन, उप महाप्रबंधक बीएमएसआइसीएल, रोगी कल्याण समिति के सदस्य और अन्य उपस्थित थे.