भागलपुर में मेयर-डिप्टी मेयर के खिलाफ आया अविश्वास प्रस्ताव, बैठक बुलाने का आग्रह
कई पार्षद ऐसे भी थे जो अब तक वर्तमान मेयर और डिप्टी मेयर के काफी करीबी माने जाते थे.
भागलपुर . पिछले तीन दिनों से नगर सरकार में चल रही उठा-पटक बुधवार को भी जारी रही. मेयर सीमा साहा व डिप्टी मेयर राजेश वर्मा को हटाने और बबिता देवी को मेयर व उमर चांद को डिप्टी मेयर बनाने के लिए गुणाभाग जारी रहा. इस क्रम में विक्षुब्ध गुट ने मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ 28 पार्षदों का हस्ताक्षरयुक्त अविश्वास प्रस्ताव प्रमंडलीय आयुक्त, नगर आयुक्त और डीडीसी को सौंपा.
उन लोगों ने अधिकारियों से अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए बैठक बुलाने का आग्रह किया. सुबह साढ़े 10 बजे पार्षद बबिता देवी व उमर चांद के साथ कई पार्षद प्रमंडलीय आयुक्त के पास पहुंचे. उसमें कई पार्षद ऐसे भी थे जो अब तक वर्तमान मेयर और डिप्टी मेयर के काफी करीबी माने जाते थे.
कई पार्षदों के बाहर जाने की चर्चा
चर्चा है कि अविश्वास प्रस्ताव का पत्र देने के बाद विरोधी खेमे के कई पार्षद भागलपुर से बाहर चले गये. चर्चा है कि ये पार्षद रांची, पटना, देवघर और सिलीगुड़ी गये हैं. इन पार्षदों ने निगम आकर बबिता देवी और उमर चांद के समर्थन में नारे भी लगाये.
पार्षदों पर विश्वास है : मेयर
मेयर सीमा साहा ने कहा कि सम्मानित पार्षदों पर भरोसा है कि वो विश्वास को कायम रखेंगे और फिर से हमलोगों की जीत होगी. उन्होंने कहा कि पार्षदों में आक्रोश है कि निगम के पदाधिकारी काम नहीं कर रहे हैं. शहर में काम नहीं दिख रहा है. विधायक ने जो आरोप लगाया है वह गलत है.
नहीं हो रहा विकास कार्य : बबिता देवी
प्रमंडलीय आयुक्त से मिलने के बाद बबिता देवी ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के लिए पार्षदों ने पत्र दिया है. आगे पार्षद जिन्हें मेयर के रूप में देखना तय करेंगे, उसे जवाबदेही दी जायेगी. उन्होंने कहा कि वार्डों में काम नहीं हो रहा है. लोग पार्षद के पास आते हैं, पार्षद जवाब नहीं दे पा रहे हैं.
अब सारे पार्षद एकजुट हैं. अब शहर का विकास होगा. पार्षद संजय सिन्हा ने कहा कि साढ़े तीन साल हो गये विकास कार्य कराने में मेयर और डिप्टी मेयर सफल नहीं हुए हैं, इसलिए उन्हें हटाने का निर्णय लिया गया है. नये सिरे से फिर से नगर सरकार बनानी है. पार्षद उमर चांद ने 40 पार्षदों के समर्थन का दावा किया और उनके हस्ताक्षरवाला पत्र भी उन्होंने पत्रकारों को दिखाया.
कारण विस चुनाव है : डिप्टी मेयर
डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने कहा कि गैरराजनीतिक पृष्ठभूमि से होते हुए मैंने विधायक का चुनाव लड़ लिया, अविश्वास प्रस्ताव इसी का नतीजा है. लेकिन शहरवासियों द्वारा मिलनेवाला स्नेह व समर्थन मेरे साथ है. पद रहे या जाये मैं शहर के प्रति जवाबदेह रहूंगा.
डिप्टी मेयर ने मेयर के साथ अपने आवास पर पार्षदों के साथ की बैठक
खुद के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद दोपहर में डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने अपने और मेयर के प्रति पार्षदों की एकजुटता का दावा किया. अपने घर पर मेयर व कई पार्षदों के साथ बैठक करते हुए कहा कि उनलोगों को पार्षदों का समर्थन है और वो गुरुवार को अपने समर्थन में आयुक्त, नगर आयुक्त और जिलाधिकारी को पत्र सौंपेंगे.
मेयर और डिप्टी मेयर की बैठक में कई ऐसे पार्षद भी थे, जिनका हस्ताक्षर अविश्वास प्रस्ताव वाले पत्र में था. डिप्टी मेयर ने कहा कि गुरुवार को 30 से अधिक पार्षदों के हस्ताक्षर वाला पत्र अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ होगा.
Posted by Ashish Jha