पटना जिला परिषद अध्यक्ष कुमारी स्तुति के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई. इसके चलते कुमारी स्तुति को अध्यक्ष पद से हाथ धोना पड़ा. विकास भवन में अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बैठक जिला परिषद उपाध्यक्ष सह पीठासीन पदाधिकारी आशा देवी की अध्यक्षता में दोपहर 12 बजे शुरू हुई. बैठक के बाद देर शाम तक हंगामा होता रहा. बाद में उपाध्यक्ष सह पीठासीन पदाधिकारी आशा देवी ने कार्यवाही की प्रति प्रस्तुत की.
अध्यक्ष ने बैठक का किया बहिष्कार
कार्यवाही की प्रति में कहा गया कि जिला परिषद के 44 सदस्यों में अध्यक्ष सहित 22 सदस्य उपस्थित हुए. इंतजार के बाद भी पार्षद नहीं पहुंचे तो उपस्थित पार्षदों के बीच हुए मतदान पर निर्णय लिया गया. मतदान के दौरान दोपहर 1.30 बजे अध्यक्ष बैठक का बहिष्कार करके मतदान कक्ष से बाहर निकल गयी.
बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव पारित
इसके बाद मतदान कराया गया. इसमें 21 सदस्यों ने भाग लिया.उनमें से 19 मत अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में पड़े. दो सदस्यों के पत्र सादा रहने के कारण रद्द कर दिया गया.पीठासीन पदाधिकारी द्वारा निर्णय के आलोक में बैठक में उपस्थित सदस्यों के द्वारा बहुमत से अविश्वास प्रस्ताव पारित किया.
कुमारी स्तुति ने उठाए सवाल
बैठक में एडीएम सामान्य खगेश चंद्र झा व अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी रवि रंजन जमैयार देखरेख कर रहे थे. परिणाम को लेकर जिप अध्यक्ष कुमारी स्तुति ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि वे इसके विरोध में कोर्ट की शरण में जायेंगे. उनका कहना है कि कुल सदस्यों की संख्या के अनुसार जबतक अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 23 वोट नहीं पड़ेगा. उन्हें अध्यक्ष पद से नहीं हटाया जा सकता.
कुमारी स्तुति अध्यक्ष पद से हट गई
इधर अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली जिला परिषद की पूर्व अध्यक्ष अंजू देवी ने कहा कि इस मामले में पटना हाइकोर्ट का निर्देश है कि जितने सदस्य उपस्थित रहेंगे. उनकी संख्या के आधार पर ही परिणाम तय होगा. इस तरह से कुमारी स्तुति अध्यक्ष पद से हट गई है.
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