Hit and Run Law: पटना में पेट्रोल पंपों पर लगी लंबी कतारें, कई पंपों पर लगे ‘नो पेट्रोल’ के बोर्ड
मंगलवार को राजधानी के पेट्रोल पंपों पर खासकर पेट्रोल लेने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी रही. लोगों पेट्रोल लेेने के वाहनों के साथ बोतल और जार लेकर भी पहुंच रहे थे. डाकबंगला चौराहा स्थित पेट्रोल पंप शाम ढलते ही वाहनों की लंबी लाइन लग गयी.
Hit and Run Law: साल 2024 के आगमान के साथ देश भर के बस और टैंकर -ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर है. जिससे पेट्रोल पंपो में डीजल, पेट्रोल और एलपीजी की सप्लाइ थम सी गयी है. मंगलवार को बिहार के किसी सार्वजनिक तेल कंपनियों के टर्मिनल से पेट्रोल, डीजल और एलपीजी का उठाव नहीं हुआ. इसके कारण टर्मिनल के बाहर और अंदर टैंकर और ट्रकों की लंबी कतार लगी रही. इस वजह से पेट्राेल– डीजल के साथ फल-सब्जी जैसी बेहद जरूरी चीज भी लोगों तक नहीं पहुंच पा रही है, इस वजह से इनके दाम भी बढ़े हुए हैं. वहीं पटना के कई पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भी खत्म हो गया है.
देर रात तक पेट्रोल पंपों पर लगी रही लाइन
देर शाम होते ही मंगलवार को राजधानी के पेट्रोल पंपों पर खासकर पेट्रोल लेने के लिए लोगों की लंबी लाइन लगी रही. लोगों पेट्रोल लेेने के वाहनों के साथ बोतल और जार लेकर भी पहुंच रहे थे. डाकबंगला चौराहा स्थित पेट्रोल पंप शाम ढलते ही वाहनों की लंबी लाइन लग गयी. इसके अलावा सदाकत आश्रम, हाई कोर्ट और बिहार संग्रहालय स्थित पेट्रोल पंप भी लोगों की लंबी लाइन देखी गयी.
कई पंपों पर लगे ‘नो पेट्रोल’ के बोर्ड
इसके अलावा पटेल नगर, रुकुनपुरा स्थित ऑटो केयर, गांधी मैदान स्थित मिसर पेट्रोलियम, बोरिंग रोड, कंकड़बाग, बायपास, बुद्ध मार्ग आदि स्थित पेट्रोल पंप पर देर रात लोगों की लंबी लाइन लगी रही. कई पंप पर तो तेल खत्म होने की वजह से ‘नो पेट्रोल’ और ‘पेट्रोल और डीजल नहीं है’ का बोर्ड भी लग गया. वहीं सात ऑनलाइन सीएनजी स्टेशनों पर भी ऑटो की लंबी लाइन लगी रही.
बिहार में 4000 टैंकर -ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर
हड़ताल में इंडियन ऑयल कारपोरेशन, भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कारपोरेशन के टैंकर व ट्रक ड्राइवर शामिल है. मिली जानकारी अनुसार सूबे में लगभग 4000 और पटना जिले में 350 से अधिक टैंकर -ट्रक के ड्राइवर हड़ताल में शामिल है. कोई भी टैंकर टर्मिनल में रिपोर्टिंग नहीं कर रहा है और एसोसिएशन के लोग अन्य टैंकरों -ट्रकों को प्रवेश की अनुमति नहीं दे रहे हैं.
शहर के कई रूट रहे दिन भर प्रभावित, पैदल सफर करते नजर आये लोग
बबस और ट्रक चालकों के हड़ताल को ऑटो चालकों ने समर्थन दिया है. इस कानून का राजधानी के ऑटो चालक भी विरोध कर रहे हैं और मंगलवार को इसका व्यापक असर भी देखा गया. ऑटो चालक संघ की माने तो हड़ताल के दूसरे दिन शहर में करीब 60 फीसदी ऑटो नहीं चली. शहर में तीस हजार से अधिक ऑटो चलती है, यानी कि 18 हजार के करीब ऑटो नहीं चली.
पटना जंक्शन से कंकड़बाग, गांधी मैदान, अशोक राजपथ, बेली रोड, कुर्जी की तरफ आदि शहर के कई जगहों के लिए जाने वाले ऑटो की संख्या बहुत कम रही. गांधी मौदान, जीपीओ, कंकड़बाग आदि कई रूटों की तरफ कई यात्री पैदल ही सफर करते नजर आये. सुबह से शाम तक शहर में सफर करने के लिए यात्री परेशानी ही दिखे.
हड़ताल तत्काल खत्म होने की कोई संभावना नहीं
बिहार पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि अभी हड़ताल तत्काल खत्म होने की कोई संभावना नहीं है. ऐसे में बुधवार से पेट्रोल-डीजल किल्लत बढ़ सकती है. हड़ताल का काफी असर है. जो स्थिति है उसे देखते हुए सूबे के 40 फीसदी पंप देर रात ड्राई हो जायेगा. ड्राइ होने का दूसरा कारण पंप मालिकों ने पिछले तीन दिनों से ईंधन का उठाव कम कर रहे थे. इसके कारण भी पंप अधिक ड्राइ होंगे.
4 जनवरी को बैठक में लिया जायेगा निर्णय, 5 को राज्य में होगा प्रदर्शन
बस और ट्रक चालकों के चल रहे हड़ताल को लेकर ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर फेडरेशन के महासचिव राज कुमार झा ने कहा कि पिछले दो दिनों से बिहार के हर जिले में बस सेवा बंद है. ट्रक और टैंकर भी नहीं चल रही है और हड़ताल पूरी तरह से सफल है. ऑटो और ई रिक्शा भी समर्थन में है और 80 से 90 फासदी परिचालन बंद किये हुए है.
उन्होंने आगे कहा कि बुधवार को भी आंदोलन जारी रहेगा. उसके बाद 4 जनवरी को संगठन की बड़ी बैठक होगी. वहीं 5 जनवरी को बिहार के सभी जिलों में पुतला दहन और धरना प्रदर्शन आयोजित किया जाना है. राजधानी में पटना जंक्शन गोलंबर से जुलूस निकाला जायेगा. इसके बाद भी अगर सरकार अपने फैसले पर विचार नहीं करती है, तो हड़ताल पर फिर से जाएंगे.
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