मुजफ्फरपुर. कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लेने वाले 3700 से अधिक लोगों का रिकॉर्ड खुद उनके पास ही नहीं है. न तो मोबाइल पर अब तक मैसेज आया, न ही कहीं ऑनलाइन पोर्टल पर उनका नाम दिखा रहा है. ऐसे लोग रोज सदर अस्पताल का चक्कर काट रहे हैं.
वे इस बात को लेकर चिंतित है कि दूसरा डोज किस आधार पर और कब लेने जायें. स्थिति यह है कि ऐसे लाभार्थी जिन्हें मैसेज नहीं मिला है, वे सर्टिफिकेट डाउनलोड नहीं कर पा रहे हैं. लोगों को फिक्र है कि अगर उन्हें अपने वैक्सीनेटेड होने का कोई प्रूफ दिखाना पड़ जाए, तो क्या दिखायेंगे. शिकायत करने वालों में अधिकतर लाभार्थी पहली डोज वाले हैं. इनका कहना है कि पहला डोज लगवाने के बाद उन्हें किसी तरह का मैसेज नहीं मिला. दूसरे डोज की तिथि भी आ गयी है.
ऑफलाइन लगे टीकों की जानकारी पोर्टल पर नहीं. ज्यादा से ज्यादा वैक्सीनेशन केंद्र बनाने के चक्कर में जिले के कुछ केंद्र ऐसे भी बना दिये गये, जहां टीकाकरण की रिपोर्ट डायरेक्ट पोर्टल पर अपलोड न करके मैनुअली रजिस्ट्रेशन पर दर्ज की गयी.
इनमें से बाद में कुछ केंद्रों की जानकारी पोर्टल पर चढ़ा दी गयी, लेकिन कई केंद्रों की जानकारी अब भी पोर्टल पर अपलोड नहीं की गयी. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार करीब 3700 मैनुअली रजिस्ट्रेशन कर टीका दे दिया गया. अभी इनके कागजात को पोर्टल पर अपलोड नहीं किया गया.
जिले में सोमवार को 125 केंद्र पर 25767 लोगों का टीकाकरण किया गया. स्वास्थ्य विभाग ने 28790 लोगाें का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा था. इसमें 18 से 44 साल के 13288 ने पहला डोज लिया, जबकि 720 ने दूसरा डोज लिया.
टीका की किल्लत होने के कारण मंगलवार को सदर अस्पताल समेत कुछ केंद्रों पर ही टीकाकरण होगा़ पीएचसी में भी उपलब्धता के आधार पर टीकाकरण होगा़ स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कोवैक्सीन के नौ हजार डोज व कोवीशील्ड के 15 हजार डोज बचे हुए हैं.
सिविल सर्जन ने कहा कि सदर अस्पताल सहित कुछ केंद्रों पर टीकाकरण होगा़ दूसरे डोज व ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले को प्राथिमकता दी जायेगी. सेंट्रल वैक्सीन सेंटर की जानकारी के अनुसार 21 जुलाई को 41 हजार डोज भेजे जायेंगे.
Posted by Ashish Jha