दूल्हे से नहीं हुआ इंतजार, बिन बारात पहुंचा ससुराल, नवंम्बर के बदले जुलाई में ही कर ली शादी

जमुई के टाउन थाना क्षेत्र के नारडीह निवासी शंभू ठाकुर के बेटे विकास की शादी सिकंदरा के जखड़ा गांव के रहने वाले केदार ठाकुर की बेटी ज्योति के साथ तय हुई थी. दोनों पक्षों की रजामंदी से तय यह शादी चार महीने बाद नवम्बर में तय हुई थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2022 9:46 AM

जमुई. मैं अगर सामने आ भी जाया करूँ

लाज़मी है कि तुम मुझसे पर्दा करो

अपनी शादी के दिन अब नहीं दूर है

मैं भी तड़पा करूँ, तुम भी तड़पा करो

राज फिल्म का यह गाना करीब 20 साल पहले की है, लेकिन जमुई में इस गाने का कोई असर दूल्हे पर नहीं हुआ. वो न पर्दा स्वीकार कर पाया, न इंतजार कर पाया, उसकी तड़प ऐसी थी कि शादी नवम्बर के बदले जुलाई में ही करने की जिद्द कर डाली. अंतत: नवम्बर में होने वाली शादी जुलाई में ही हो गयी.

शादी चार महीने बाद नवम्बर में होनी थी

बताया जाता है कि जमुई के टाउन थाना क्षेत्र के नारडीह निवासी शंभू ठाकुर के बेटे विकास की शादी सिकंदरा के जखड़ा गांव के रहने वाले केदार ठाकुर की बेटी ज्योति के साथ तय हुई थी. दोनों पक्षों की रजामंदी से तय यह शादी चार महीने बाद नवम्बर में तय हुई थी. शादी ठीक होने के बाद विकास और ज्योति घंटों फोन पर बाते किया करते थे. इस दौरान दोनों के बीच इतनी नजदीकियां बढ़ी की नवम्बर में लड़की के घर बारात लेकर जाने वाला दूल्हा चार महीने पहले ही बिना बाराती के पहुंच गया और शादी की जिद करने लगा.

लड़के के परिवारवालों ने शादी में शामिल होने से किया इनकार

खुद को बालिग बताते हुए लड़की के माता-पिता से लड़के ने कहा कि मुझे ज्योति से आज ही शादी करनी है. अब हम चार महीने तक इंतजार नहीं कर सकते. लड़के के जिद्द के सामने लड़की वालों को झुकना पड़ गया. आनन-फानन में दोनों की शादी करायी गयी. यह शादी पूरे पंचायत और गांव के लोगों के सामने हुई. इस दौरान लड़के के परिवारवालों को भी सूचना दी गयी, लेकिन वे शादी में शामिल नहीं हुए. लड़के वालों ने कहा कि उनका भी अरमान था कि धूमधाम से बेटे की शादी करें, लेकिन बेटे ने सारे अरमान पर पानी फेर दिया.

ज्योति और विकास पति-पत्नी हो गये

उधर, भरी पंचायत के सामने विकास ने ज्योति की मांग में सिंदूर भरा और अग्नि के सात फेरे लिये. इस तरह दोनों की शादी संपन्न हो गयी. वैसे कुछ लोग इसे सही तो कुछ इसे गलत भी मान रहे हैं. लोगों का कहना था चार महीन बाद ही यह शादी होती तो क्या हो जाता. उस समय परिवार के सभी सदस्य शामिल होते. आज हुई शादी में लड़का पक्ष से कोई मौजूद नहीं था. खैर अब ज्योति और विकास पति-पत्नी हो गये हैं.

Next Article

Exit mobile version