पटना. बिहार विधान परिषद की सात सीटों के लिए गुरुवार से नामांकन शुरू हो गया. बिहार विधान परिषद की सात सीटों पर 20 जून को चुनाव होना हैं. आगामी 9 जून तक नामांकन की प्रक्रिया चलेगी. इन सात सीटों में से तीन पर राजद की तरफ से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी गयी है, लेकिन विधान परिषद के लिए एनडीए उम्मीदवारों के नामों की फिलहाल घोषणा नहीं हुई है.
बहरहाल बिहार विधान परिषद की 7 सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर सियासी गहमागहमी तेज है. राजद की तरफ से मुन्नी देवी, मो. कारी सोहेब और अशोक कुमार पांडेय को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा और जदयू उम्मीदवारों के नामों पर फिलहाल सस्पेंस बना हुआ है. राजद की तरफ से तीन उम्मीदवारों की घोषणा किये जाने से कांग्रेस और वामपंथी दल में नाराजगी देखी जा रही है. ऐसे में राजद की तीसरी सीट को लेकर भी संशय बना हुआ है.
दरअसल कांग्रेस और माले के मत के बिना राजद का तीसरा उम्मीदवार सदन तक नहीं पहुंच सकता है. ऐसे में अगर कांग्रेस और माले मिलकर अपना उम्मीदवार देता है तो विधान परिषद का चुनाव बेहद दिलचस्प को जायेगा. ऐसे में अब सभी निगाहें भाजपा और जदयू से ज्यादा कांग्रेस और माले की तरफ टिकी हुई हैं. राजगीर चिंतन शिविर में प्रदेश कांग्रेस ने राजद से रिश्ता तोड़ने की बात कही है. देखना है कि विधान परिषद उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस का माले के साथ समझौता होता है या नहीं.
बिहार विधानसभा कोटे से निर्वाचित जिन 7 सदस्यों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. उनमें अर्जुन सहनी, मो कमर आलम, गुलाम रसूल, रोजिना नाजिश, रणविजय कुमार सिंह, मुकेश सहनी और सी पी सिन्हा उर्फ चंदेश्वर प्रसाद सिन्हा का नाम शामिल हैं. विधान परिषद के इन सातों सदस्यों का कार्यकाल 21 जुलाई को समाप्त हो रहा है.
विधानसभा कोटे की इन सातों सीटों पर नामांकन आज से शुरू हो गया, जो आगामी 9 जून तक चलेगा. नामांकन पत्रों की जांच 10 जून को होगी जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 13 जून निर्धारित की गयी है. सातों सीटों के लिए मतदान 20 जून को सुबह 9 बजे से 4 बजे तक होगा. मतों की गणना 20 जून को ही शाम पांच बजे से होगी.