पटना. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि बिहार में अब तक कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट का एक भी केस नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि बिहार में इसको लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. डेल्टा प्लस जांच के लिए वैसे कोरोना संक्रमित मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गये हैं, जिनका सीटी वैल्यू 25 से नीचे था.
भुवनेश्वर भेजे गये सैंपलों की रिपोर्ट मिल गयी है. इनमें कोई भी संक्रमित नहीं पाया गया है. राज्य में कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने की दिशा में लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है.
पड़ोसी राज्य यूपी के देवरिया और गोरखपुर में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के मरीज पाये गये हैं. इसको लेकर बिहार के सीमावर्ती जिलों को अधिक सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है. देवरिया और गोरखपुर जिले के बिहार के सीमावर्ती जिलों में लोगों के आवागमन बना रहता है. ऐसे में लोगों के आने जाने से इसका खतरा बिहार को भी बना हुआ है.
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अभी बिहार से डेल्टा प्लस वैरिएंट की जांच के लिए सैंपल भुवनेश्वर भेजे जा रहे हैं. बिहार में आइजीआइएमएस में इसकी जांच के लिए लैब की स्थापना की पहल की गयी है. इसके लिए केंद्रीय विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को अनुमति देने के लिए पत्र भेजा गया है.
केंद्र से अनुमति मिलने के बाद यहां पर इसकी जांच शुरू कर दी जायेगी. देवरिया और गोरखपुर में डेल्टा प्लस के एक-एक केस मिलने के बाद उत्तर प्रदेश की सीमा पर विशेष सतर्कता का निर्देश दिया गया है. आशा को इन्फ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर की मदद से सब्जी मंडी, हाट-बाजार, बस पड़ावों पर रैंडम स्क्रीनिंग और लोगों का आॅक्सीजन लेवल चेक करने के निर्देश दिया गया है.
Posted by Ashish Jha