कोरोना के कारण पिछले पांच माह से नहीं हुआ एक भी कॉर्निया का ऑपरेशन, सैंकड़ों मरीज परेशान
भागलपुर .कोरोना वायरस के चक्कर में पांच माह से सैंकड़ों कॉर्निया फंसी है. केंद्र सरकार ने देश में लॉकडाउन मार्च माह में लगाया था. इसके बाद सदर अस्पताल में एक भी मरीज का मोतियाबिंद ऑपरेशन नहीं हुआ है.
भागलपुर .कोरोना वायरस के चक्कर में पांच माह से सैंकड़ों कॉर्निया फंसी है. केंद्र सरकार ने देश में लॉकडाउन मार्च माह में लगाया था. इसके बाद सदर अस्पताल में एक भी मरीज का मोतियाबिंद ऑपरेशन नहीं हुआ है. अब जब हालात सामान्य हो रहे हैं लोग सामाजिक दूरी के साथ अपने-अपने काम में लौट रहे हैं. ऐसे में तीन सितंबर से मोतियाबिंद ऑपरेशन आरंभ करने का प्लान किया जा रहा है. सदर अस्पताल में प्रत्येक साल करीब पांच सौ लोगों का मोतियाबिंद ऑपरेशन होता था. कोरोना से 22 मार्च से ऑपरेशन बंद कर दिया गया है. इससे मोतियाबिंद रोग से पीड़ित मरीज परेशान हैं.
जिले में 37 पॉजिटिव कोरोना मरीज
भागलपुर . सदर अस्पताल समेत जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी और रेफरल अस्पताल में सोमवार को कुल 3445 लोगों का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया. इनमें कुल 37 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गयें है. इसमें एनटीपीसी में 02, निजी क्लिनिक में 03, मायागंज अस्पताल में 01, सदर अस्पताल में 13, कहलगांव में 01, नाथनगर में 04, सुल्तानगंज में 01, पीरपैती में 01, सबौर में 03, रंगरा में 03, गोपालपुर में 02, सन्हौला में 01 और हुसैनाबाद में 01 लोग संक्रमण के शिकार हुए है.
सबौर के परघड़ी में तीन संक्रमित
सबौर. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर से परघड़ी में कोरोना जांच शिविर सोमवार को लगाया गया. कुल 171 लोगों की जांच की गयी, जिसमें 20 लोगों का सैंपल जिला भेजा गया. शेष बचे 151लोगों में तीन लोग संक्रमित पाये गये, जिसमें एक शिक्षक, एक बच्चा और एक किसान शामिल है. शिक्षक सबौर बाजार के रहने वाले हैं, जबकि किसान व नौनिहाल परघड़ी गांव के हैं. जानकारी स्वास्थ्य केंद्र के नोडल पदाधिकारी डॉ श्याम नारायण ने दी.
नाथनगर के कोरोना मरीज की मौत
भागलपुर. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार रात करीब साढ़े नौ बजे कोरोना पॉजिटिव नाथनगर रामपुर निवासी की मौत हो गयी. मरीज लेकर 23 अगस्त को परिजन अस्पताल पहुंचे थे. उनका इलाज डॉ राजकमल चौधरी की यूनिट में चल रहा था. डॉक्टर के अनुसार ऑक्सीजन लेबल लगातार गिर रहा था. वेंटिलेटर पर रखा गया था, लेकिन कोई सुधार नहीं हो सका. अंत में मौत हो गयी. हॉस्पिटल मैनेजर सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि शव को कोविड प्रोटोकॉल की तहत सुरक्षित पैक कर अलग रखा गया है. विधुत शवदाहगृह की मशीन का तापमान मेंटेन होने के बाद शव का अंतिम संस्कार होगा.
posted by ashish jha