पटना. भाजपा विधायक संजय सरावगी और ललन कुमार ने बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ हुए दुर्व्यवहार मामले में विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का नोटिस लायाहै. यह नोटिस लखीसराय डीएसपी रंजन कुमार, थाना प्रभारी दिलीप कुमार और संजय कुमार सिंह के खिलाफ लाया गया है. इसको लेकर सोमवार को दोपहर तीन बजे विधानसभा में महत्वपूर्ण बैठक बुलायी गयी है. इस बैठक में बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी भी मौजूद रहेंगे. इसमें मुख्य रूप से आरोपित पदाधिकारियों को जवाब के साथ पेश होने का आदेश दिया गया है.
सरस्वती पूजा के मौके पर लखीसराय के बड़हिया प्रखंड के टाल क्षेत्र में आर्केस्ट्रा आयोजित की गयी थी. जहां स्थानीय लोगों ने बार-बालाओं के साथ जमकर ठुमके लगाए. रुस्तमपुर गांव में भी नर्तकियों का अश्लील डांस हुआ. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कुछ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की. साथ ही दो वैसे लोगों को गिरफ्तार किया जो केवल आर्केस्ट्रा देखने गए थे. उनसे जबरन जुर्म कबूलने को भी कहा गया. साथ ही पैसे देकर जमानत देने की बात कही गयी. मामला सामने आने के बाद आगबबूला हुए विजय सिन्हा ने पुलिस को फटकार लगायी.
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष के नाते विधानसभा के अधिकार और पावर की जानकारी सभी माननीय सदस्य को हैं. इसका दुरुपयोग आसन करना नहीं चाहता है, ये मर्यादा का सिर्फ हम पालन करते हैं, लेकिन लोग इसको अगर हल्के में लेंगे तो यह उचित नहीं होगा. उन्होंने बताया कि वे विधानसभा अध्यक्ष के साथ-साथ लखीसराय के प्रतिनिधि भी हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा था कि पदाधिकारियों को सुशासन स्थापित करने के लिए इमानदारी के साथ काम करना होगा. यह खेल कतई स्वीकार नहीं होगा. इस खेल में जो लोग भी शामिल है वैसे लोगों को चिन्हित कर सरकार कार्रवाई करें.
पुलिस पर भड़के विधानसभा अध्यक्ष ने कहा था कि पुलिस के संरक्षण में दारू और बालू की तस्करी हो रही है. इसमें कई बड़े लोग भी शामिल हैं. दो दिवसीय दौरे के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र लखीसराय आने के दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि यदि इस क्षेत्र का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गयी, तो वे अध्यक्ष पद से त्याग पत्र देकर आम जनता के पक्ष में सड़क पर आंदोलन शुरू कर सकते हैं. उन्होंने यह भी कहा था कि वे इसकी शिकायत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डीजीपी से करेंगे.
लखीसराय में बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा था कि मुख्यमंत्री और डीजीपी का दबाव आने पर मामूली कार्रवाई कर पुलिस अपनी पीठ थपथपा लेती है. जो सरकार को बदनाम करने की एक साजिश है. बेलगाम अपराध को रोकने के बदले पुलिस अवैध कमाई में लगी है. ऐसे भ्रष्ट और कमजोर पुलिस पदाधिकारियों को क्षेत्र में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.