भ्रष्टाचार और सरकारी राशि के गबन के आरोप में गिरफ्तार मगध विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, प्रॉक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह, लाइब्रेरी इंचार्ज विनोद कुमार और कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के निजी सचिव सुबोध कुमार को गिरफ्तारी हो चुकी है. अब एसवीयू ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजेन्द्र को तीन जनवरी को पूछताछ करने के लिए पटना स्थित दफ्तर में हाजिर होने को कहा है.
इस संबंध में एसवीयू ने मगध विश्वविद्यालय के कुलपति को नोटिस भेजा है. एसवीयू ने मगध विवि में अब तक हुई तमाम धांधली के बारे में विस्तार से जानकारी लेगी. पूछताछ में इस बात पर खासतौर से फोकस होगा कि कहां-कहां सरकारी राशि का गबन हुआ और अब तक कुल कितनी राशि का गबन मगध विवि में हुआ है. बतादें कि एसवीयू की छापेमारी के बाद कुलपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद चिकित्सकीय अवकाश पर चले गये है.
मगध विश्वविद्यालय को भेजा गया पत्र
एसवीयू के एसपी जेपी मिश्रा के द्वारा मगध विश्वविद्यालय के कुलपति ने नाम पत्र भेजा है. इस पत्र में कहा गया है कि जांच के सिलसिले में कुलपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद को तुरंत उपस्थित होने को कहा गया है. लेकिन वह इस समय अवकास पर है और उनके वर्तमान पते कि जानकारी जांच एजेंसी को नहीं है. उन्हें तीन जनवरी को एसवीयू के दारोगा प्रसाद राय पथ स्थित दफ्तर में केस के अनुसंधानकर्ता और डीएसपी सुधीर को दिन के 11 बजे तक रिपोर्ट करने को कहा गया है.
भ्रष्टाचार और सरकारी राशि के गबन के आरोप में गिरफ्तार मगध विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, प्रॉक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह, लाइब्रेरी इंचार्ज विनोद कुमार और कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के निजी सचिव सुबोध कुमार समेत चार पदाधिकारियों को एसवीयू गिरफ्तार किया गया था. इन चारों पदाधिकारियों पर करोड़ों रुपये की राशि गबन करने का आरोप लगा है. करोड़ों की गड़बड़ी में विवि के कुलपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के साथ आपराधिक षडयंत्र में शामिल होने के साक्ष्य पाये गये थे.