जमुई कोर्ट परिसर से फरार हुए कुख्यात अपराधी राम रतन पांडेय उर्फ ददबा को पुलिस ने 51 दिनों के बाद पश्चिम बंगाल के आसनसोल से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस लगातार कुख्यात ददबा के पीछे पड़ी थी. बिहार पुलिस उसकी हर एक गतिविधि पर नजर रख रही थी. गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जमुई जिला पुलिस की स्पेशल टीम ने पश्चिम बंगाल पुलिस के सहयोग से राम रतन पांडेय उर्फ ददबा को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक डॉ. शौर्य सुमन ने बताया कि ददबा की गिरफ्तारी को लेकर एक विशेष टीम का गठन किया गया था. जिसमें अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी डॉ राकेश कुमार, सदर थानाध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी, लक्ष्मीपुर थानाध्यक्ष राजाराम शर्मा तथा खैरा थाना में पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार सहित डीईआईयू के सदस्य शामिल थे.
टीम ने ददबा के फरार होने के दिन से ही उसकी गिरफ्तारी के लिए तकनीकी एवं मानव सूचना के आधार पर निरंतर छापेमारी की जा रही थी. इस दौरान पुलिस ने बिहार के कई जिले व अन्य राज्य में उसकी गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की गई. टीम को सूचना मिली थी, कि फरार अपराधी पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले के कुल्टी थाना क्षेत्र में रह रहा है. जमुई जिले में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में लगा हुआ है. सूचना के आधार पर बीते शुक्रवार को उक्त टीम के सदस्यों के द्वारा पश्चिम बंगाल के आसनसोल जिले में छापेमारी की गई तथा ददबा को गिरफ्तार कर लिया गया.
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एसपी ने कहा कि ददबा का फरार होना जमुई जिला पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती थी, उसकी गिरफ्तारी जमुई जिला पुलिस की एक उपलब्धि है. उन्होंने बताया कि छापेमारी दल में शामिल सभी को पुरस्कृत किया जायेगा. बतादें कि बीते 28 सितंबर को जिला सत्र न्यायालय में लक्ष्मीपुर थाना क्षेत्र के कर्णपुर निवासी कुख्यात अपराधी राम रतन पांडेय उर्फ ददबा को पेशी के लिए लाया गया था. उस पर वर्तमान में कई मामले दर्ज हैं.
कई कांडों के आरोपित दादबा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद बुधवार को आर्म्स एक्ट के एक मामले में पेशी के लिए कोर्ट लाया गया था. जहां उसे कोर्ट हाजत में रखा गया था. इसके बाद एडीजे चतुर्थ के न्यायालय में उसकी पेशी होनी थी. इसी दौरान जब उसे कोर्ट हाजत से हथकड़ी लगा कर ले जाया जा रहा था तब उसने ढीली हथकड़ी का लाभ उठा कर अपना हाथ छुड़ा लिया और भाग निकला. जिसमें लक्ष्मीपुर थाना में आर्म्स एक्ट के मामले में 28 सितंबर को उसकी पेशी होनी थी. इसी दौरान वह पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया.