बिहार में अब स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों में लगेंगे औषधीय पौधे, जानिये आयुष मंत्रालय की क्या है योजना
राज्य के स्कूल, काॅलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों पर औषधीय पौधे लगाये जायेंगे. आयुष मंत्रालय ने राज्य सरकार को इस संबंध में पत्र भेजा है. इसके तहत स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका के तहत औषधीय पौधे लगाये जाने को कहा गया है.
पटना. राज्य के स्कूल, काॅलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों पर औषधीय पौधे लगाये जायेंगे. आयुष मंत्रालय ने राज्य सरकार को इस संबंध में पत्र भेजा है. इसके तहत स्कूल, कॉलेज और आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका के तहत औषधीय पौधे लगाये जाने को कहा गया है.
पोषण पखवारा के दौरान पोषणयुक्त औषधीय पौधे लगाने को लेकर सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में इसके लिए अभियान चलाया गया है. इसके बाद आमलोग पोषण वाटिका लगाने में सहयोग कर रहे हैं.
हाल के दिनों में कई जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में बेल, जामुन, आंवला, पपीता , अमरूद, सहजन, अनार के पौधे लगाये गये हैं. औषधीय पौधा लगाने के साथ राज्यभर में देशी चिकित्सा को बढ़ावा देने का लक्ष्य बनाया गया है. 10 अप्रैल को इस संबंध में ऑनलाइन वर्कशॉप भी होगा.
महिलाओं और बच्चों को होगा फायदा
आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और महिलाओं को विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जाता है. इसमें महिलाओं एवं लड़कियों में एनिमिया की शिकायत सबसे अधिक मिलती है. ऐसे में देशी चिकित्सा के माध्यम से इन बीमारियों का इलाज संभव हो पायेगा. इसके लिए देशी चिकित्सकों से सहयोग लिया जायेगा, ताकि देशी इलाज पद्धति को किस तरह से लोगों तक पहुंचाया जाये और उसमें औषधीय पौधों का कैसे इस्तेमाल किया जाये सके.
देशी चिकित्सकों से लिया जायेगा सहयोग
औषधीय पौधों को बढ़ावा देने के लिए आम लोगों को भी इस अभियान से जोड़े जाने का निर्णय लिया गया है, ताकि पोषण वाटिका आंगनबाड़ी केंद्रों के अलावे आम लोगों की जमीन पर भी लगायी जा सके.
यह है योजना
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सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका के तहत औषधीय पौधे को लगाना.
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आम लोगों को इस अभियान से जोड़ना और औषधीय पौधे के बारे में जानकारी देना.
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आम लोगों की जमीन पर भी औषधीय पौधे लगाने के लिये उन्हें प्रोत्साहित करना.
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देशी चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए औषधीय पौधे का सहारा लिया जायेगा. यह पौधे ऐसे होंगे, जिन्हें आराम से कम जगहों पर लगाया जा सकेगा और इसका फायदा बहुत होगा.
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आंगनबाड़ी केंद्रों के बाद सभी स्कूल और कॉलेजों के प्राचार्य व कुलपति से इस अभियान में सहयोग लेते हुए उनके परिसर में औषधीय पौधे लगाये जायेंगे.
Posted by Ashish Jha