बिहार में अब फर्जी दस्तावेजों का मिनटों में होगा सत्यापन, BSEB में सॉफ्टवेयर का ट्रायल शुरू
ट्रायल के दौरान आने वाली तकनीकी दिक्कतों का समाधान कर उसे त्रुटि शून्य कर लिया जायेगा. इसके बाद ही अंतिम रूप में इस्तेमाल किया जायेगा.
पटना.शिक्षा विभाग ने नियोजित शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन के लिए सॉफ्टवेयर तैयार कर लिया है. शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव की मौजूदगी में हुई बैठक में उसे हरी झंडी दे दी गयी है. जल्दी ही नियोजित शिक्षकों के संदिग्ध दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी जायेगी.
शिक्षा विभाग ने इसे अंतिम रूप से उपयोग करने से पहले सॉफ्टवेयर का ट्रायल शुरू कर दिया है.सॉफ्टवेयर एक पोर्टल के रूप में इस्तेमाल किया जायेगा.
ट्रायल के दौरान आने वाली तकनीकी दिक्कतों का समाधान कर उसे त्रुटि शून्य कर लिया जायेगा. इसके बाद ही अंतिम रूप में इस्तेमाल किया जायेगा.
यह ट्रायल एक हफ्ते में पूरा कर लिया जायेगा. उल्लेखनीय है कि गुरुवार को प्राथमिक शिक्षा निदेशक डॉ रणजीत कुमार सिंह ने सॉफ्टवेयर के संदर्भ में प्रेजेंटेशन किया था. कुछ विशेष निर्देशों के बाद प्रधान सचिव संजय कुमार ने उसे हरी झंडी दे दी थी.
उल्लेखनीय है कि 2005 से 2014 तक हुए नियोजन में चयनित ऐसे शिक्षक जिन्होंने अभी तक अपने नियुक्ति संबंधी शैक्षणिक एवं प्रशिक्षण संबंधी दस्तावेज शिक्षा विभाग या जांच एजेंसी को नहीं सौंपे हैं, उनके दस्तावेजों का सत्यापन कराया जाना है.
उन संबंधित शिक्षकों को नोटिस जारी कर बता दिया है कि वह ऑन लाइन तैयार किये गये पोर्टल पर खुद अपलोड करेंगे. दस्तावेज सौंपने का उन्हें यह अंतिम मौका दिया गया है.
Posted by Ashish Jha