बिहार में अब कॉमर्शियल वाहनों में डिवाइस लगाना हुआ अनिवार्य, पकड़े गये तो लगेगा मोटा फाइन
परिवहन विभाग ने इस संबंध में बीते दिनों आदेश जारी किया था. इसके सख्ती से निष्पादन करने के भी आदेश जिला परिहवन विभाग को दिया गया है. हालांकि, इससे वाहन मालिकों को ही फायदा होगा. इसलिए नयी व्यवस्था में इस डिवाइस के लगाया जाना अनिवार्य किया गया है.
भभुआ. बिहार में अब हर कॉमर्शियल वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रेकिंग डिवाइस लगाना अनिवार्य हो गया है. क्योंकि, इस डिवाइस के नहीं लगाये जाने पर परिवहन विभाग इन वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं देगा. परिवहन विभाग ने इस संबंध में बीते दिनों आदेश जारी किया था. इसके सख्ती से निष्पादन करने के भी आदेश जिला परिहवन विभाग को दिया गया है. हालांकि, इससे वाहन मालिकों को ही फायदा होगा. इसलिए नयी व्यवस्था में इस डिवाइस के लगाया जाना अनिवार्य किया गया है.
कंट्रोल रूम में मिलेगी जानकारी
जिला परिवहन पदाधिकारी चंदन चौहान ने बताया कि विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार अब हर वाहनों में यह डिवाइस लगाये जाने को लेकर आदेश जारी किया गया है. उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा डिवाइस है, जिससे यह पता चल पायेगा कि वाहन किस जगह है. इससे परिवहन विभाग के कंट्रोल रूप में हर वाहनों के लोकेशन की सही जानकारी मिल पायेगी. किस समय कौन सा वाहन कहां है, इसका पता चल पायेगा.
बिना डिवाइस लगी गाड़ियों को फिटनेस सार्टिफिकेट नहीं मिलेगा
बिहार में सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों में महिलाओं एवं यात्रियों की सुरक्षा के उद्देश्य से व्हीकल लोकशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन लगाना अनिवार्य किया गया है. ऐसा नहीं करने पर गाड़ियों को फिटनेस नहीं मिलेगा. वहीं, उस गाड़ी मालिक से पांच हजार का जुर्माना भी लिया जायेगा. इसको लेकर परिवहन विभाग ने सभी जिलों को दिशा-निर्देश भेजा है. दूसरी ओर इस सिस्टम के लगने पर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिये बसों का लाइव लोकेशन भी देखा जाना आसान हो गया है.
स्कूल बसों में पैनिक बटन लगाना जरूरी
विभाग के मुताबिक स्कूली छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी स्कूल बसों में पैनिक बटन लगाने का निर्देश दिया जायेगा. इसको लेकर जल्द ही विभाग की ओर से स्कूल प्रबंधन के साथ बैठक होगी और उसके बाद सार्वजनिक बसों में अलार्म लगाने का निर्देश दिया जायेगा. ऐसा नहीं करने वाले स्कूल बसों के परिचालन को रोक दिया जायेगा और इन बसों को भी फिटनेस नहीं दिया जायेगा.
पटना में कार्यरत है कंट्रोल रूम
परिवहन विभाग ने पटना सहित कुछ शहरों में पहले ही कमांड एंड कंट्रोल सेंटर खोल रखा है. यही से सार्वजनिक परिवहन की सभी गाड़ियों (बस, कैब, टैक्सी) की मानीटरिंग की जा रही है. इस व्यवस्था के महत सार्वजनिक वाहनों में सफर करने वाली महिलाएं या लड़कियां खतरे को देखते हुए इमरजेंसी बटन दबाएंगी तो कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा जिसके बाद तत्काल पुलिस मदद के लिए पहुंचेगी.
वाहनों की रियल टाइम स्थिति
इसके अलावा इस व्यवस्था के तहत इमरजेंसी अलर्ट, ओवर स्पीड और उपकरण के साथ छेड़छाड़ या तोड़े जाने पर भी कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को अलर्ट प्राप्त होगा. इसकी मदद से कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को वाहन के लोकेशन की रियल टाइम जानकारी भी मिलती रहेगी. वाहन मालिक भी इस साफ्टवेयर की मदद से अपने वाहनों की रियल टाइम स्थिति का पता कर सकते हैं.
इमरजेंसी बटन के फायदे
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वाहनों में वीएलटीडी एवं इमरजेंसी बटन लगे होने से महिलाओं एवं अन्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी.
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सार्वजनिक परिवहन के वाहनों की लाइव ट्रैकिंग कर सकेंगे.
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ओवर स्पीडिंग रोकने में मदद मिलेगी.
ऐसे करेगा काम
बस, कैब, टैक्सी से सफर करने वाली महिलाओं, लड़कियों को किसी तरह के खतरे का आभास होने पर इमरजेंसी बटन दबाते ही कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में अलार्म बजेगा और तत्काल मदद के लिए पुलिस पहुंचेगी. राज्य में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट की गाड़ियों को व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस एवं इमरजेंसी बटन से लैस करने की प्रक्रिया अभी पटना, गया, दरभंगा भागलपुर व मुजफफरपुर में तेजी से किया जा रहा है. क्योंकि इन शहरों में सार्वजनिक गाड़ी की संख्या अधिक है.
सिटी बस में है ये सुविधा
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परिवहन विभाग के मुताबिक बीएसआरटीसी के बसों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस व इमरजेंसी बटन लगाया गया है. जिसके बाद अब गाड़ियों की लाइव ट्रैकिंग शुरू हो गयी है.
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बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के बसों की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है.
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सार्वजनिक परिवहन के वाहनों में लगाया जाना है वीएलटीडी