अनुराग प्रधान, पटना. एमबीबीएस करने वाले स्टूडेंट्स को 2022 से नेशनल एग्जिट टेस्ट (नेक्स्ट) देना होगा. अब देश के साथ-साथ विदेशी डिग्री हासिल करने वाले सभी एमबीबीएस स्टूडेंट्स को डिग्री स्क्रीनिंग कराने के लिए नेक्स्ट देना होगा.
नेक्स्ट पास करने पर ही डॉक्टरों को मेडिकल प्रैक्टिस करने के लिए लाइसेंस मिलेगा. इसके साथ-साथ 2022 से नीट पीजी का आयोजन भी नहीं होगा. नेक्स्ट के स्कोर के आधार पर ही डॉक्टर की उपाधि के साथ-साथ पीजी में एडमिशन होगा. इसके अलावा, विदेशों से एमबीबीएस करने वाले स्टूडेंट्स को भी अब मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया स्क्रीनिंग टेस्ट (एफएमजीइ) के स्थान पर नेक्स्ट देनी होगी.
इसकी रूप रेखा भी तैयार की जा रही है. नेक्स्ट का स्कोर भी सार्वजनिक किया जायेगा. इससे कॉलेजों की परफॉर्मेंस का पता भी चलेगा. इससे डॉक्टरों की गुणवत्ता का पता भी चलेगा. गौरतलब है कि नेक्स्ट का आयोजन 2021 में ही होना था, लेकिन नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) के गठन में लेट होने के कारण नेक्स्ट का आयोजन नहीं हो पाया है.
मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआइ) को अब भंग कर एनएमसी बनाया गया है. एनएमसी ही इस पर काम कर रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मेडिकल काउंसिल संशोधन बिल 2016 के अनुसार ही नेक्स्ट का आयोजन होगा.
मेडिकल प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराने वाले गोल इंस्टीट्यूट के मैनेजिंग डायरेक्टर विपिन सिंह ने बताया कि इसे अगले साल से लागू किया जा सकता है. 2021 में ही लागू होना था, लेकिन कोविड-19 के कारण सभी प्रक्रिया लेट हो गयी.
लेट होने के कारण अब 2022 में नेक्स्ट के आयोजन पर विचार किया जा रहा है. वहीं, असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि नेक्स्ट इसलिए आरंभ किया जा रहा है, ताकि देश में मेडिकल एजुकेशन का एक स्तर कायम किया जा सके. नेक्स्ट तीन स्तर पर मान्य होगा.
नेक्स्ट के स्कोर पर ही पोस्ट ग्रेजुएट में एडमिशन, केंद्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में नौकरी और विदेशी ग्रेजुएट मेडिकल एग्जाम के लिए मान्य होगा. विपिन सिंह ने कहा कि एमबीबीएस के बाद हर हाल में स्टूडेंट्स को नेक्स्ट पास करना होगा. नेक्स्ट के बाद ही आगे की पढ़ाई या नौकरी कर सकते हैं.
नेशनल मेडिकल कमीशन के सदस्य डॉ सहजानंद सिंह ने कहा कि वर्ष 2022 से एमबीबीएस के लिए नेशनल एग्जिट टेस्ट (नेक्स्ट) देना होगा. नेक्स्ट पास करने वाले स्टूडेंट्स का ही रजिस्ट्रेशन होगा. हालांकि इसमें फेल करने वालों को दोबारा परीक्षा दिलाने के मामले में अभी चर्चा चल रही है. मेरे हिसाब से वर्तमान प्रणाली ही ज्यादा बेहतर है.
Posted by Ashish Jha