पटना. केंद्र सरकार ने मेडिकल के क्षेत्र में बिहार को बड़ी सौगात दी है. बिहटा के इएसआइ अस्पताल में अब एमबीबीएस की पढ़ाई भी होगी. केंद्रीय श्रम व रोजगार मंत्रालय ने इसकी मंजूरी दी है. इसके मुताबिक इएसआइ अस्पताल अब मेडिकल काॅलेज अस्पताल होगा. सत्र 2022-23 से यहां एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू होगी.
कोरोना काल में यह अस्पताल डेडिकेटेड अस्पताल के रूप में नामित था. फिलहाल यह एक अस्पताल के रूप में कार्यरत है. मेडिकल की पढ़ाई शुरू होने से एम्स की तरह बिहार के लोगों को खासकर मगध और शाहाबाद इलाके के लोगों को बड़ी राहत मिल सकेगी.
मेडिकल काॅलेज खोले जाने से यहां डाॅक्टर व पारा मेडिकल काॅलेज स्टाफ अच्छी संख्या में उपलब्ध होंगे. साथ ही प्रदेश में एमबीबीएस की सीटें भी बढ़ जायेंगी. जल्द ही केंद्र सरकार इस संबंध में अधिसूचना जारी करेगी.
बिहटा इएसआइसी अस्पताल में मेडिकल कॉलेज खोलने की मंजूरी देने के फैसले का स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने स्वागत किया है. उन्होंने इसके लिए केंद्र सरकार के प्रति आभार प्रकट किया है.
डाॅ संजय जायसवाल ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में बिहारवासियों को नरेंद्र मोदी की सरकार ने दी एक और सौगात दी है. इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही केंद्रीय श्रम, पर्यावरण, वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव बधाई के पात्र हैं.
प्रदेश भाजपा महासचिव विधान पार्षद देवेश कुमार ने भी कहा कि बिहटा इएसआइ अस्पताल में मेडिकल काॅलेज खोले जाने का फैसला बिहार के लिए बड़ी उपलब्धि है. इससे बिहार स्वास्थ्य के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन सकेगा.
Posted by Ashish Jha