अब भाजपा से कभी समझौता नहीं, जदयू की राष्ट्रीय परिषद में कई प्रस्तावों पर लगी मुहर
जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ पहले हुए गठबंधन को बड़ी भूल बताया है. साथ ही कहा है कि जब तक जदयू है भाजपा के साथ कभी भी किसी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे.
पटना. जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ पहले हुए गठबंधन को बड़ी भूल बताया है. साथ ही कहा है कि जब तक जदयू है भाजपा के साथ कभी भी किसी प्रकार का समझौता नहीं करेंगे. रविवार को हुई बैठक के बाद कर्पूरी ठाकुर सभागार में जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने संवाददाताओं से कहा कि पीएम पद की दावेदारी विपक्षी एकता में बाधक नहीं है.
राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए
बिहार सहित सभी पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. केसी त्यागी ने बताया कि राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कई अहम मुद्दे पर चर्चा हुई. सभी प्रस्तावों पर सर्वसम्मति से मुहर लगी. शनिवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में रखे गये प्रस्तावों पर भी राष्ट्रीय परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया. इसमें करीब 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 250 सदस्य शामिल हुए.
जदयू को तोड़ने की कोशिश थी
केसी त्यागी ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार में भी जदयू के विधायकों और सांसदों को तोड़कर महाराष्ट्र की तरह एकनाथ शिंदे प्रकरण दाेहराने की कोशिश हो रही थी. वह कोशिश समय रहते विफल हो गयी.
विपक्षी पार्टियों को एकजुट करना उद्देश्य
जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक खत्म होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा को 50 सीट पर रोकने के सवाल पर कहा कि हम संख्या की बात नहीं कर रहे हैं. अगर देश के सभी विपक्षी दल एक साथ साथ लड़ेंगे तो उन्हें जरूर सफलता मिलेगी. हमारा उद्देश्य सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करना है. वहीं आरसीपी सिंह से जुड़े सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वे पार्टी में रहकर भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि वे दिल्ली जा रहे हैं और चार पार्टियों के नेताओं से बातचीत करेंगे.
बिना कांग्रेस व वाम दल के सफलता नहीं
केसी त्यागी ने कहा कि तेलंगाना के सीएम केसीआर ने बिना कांग्रेस और बिना भाजपा तीसरे मोर्चे की बात की थी. हम लोगों का मानना है कि बिना कांग्रेस और बिना वाम दल का कोई भी मोर्चा भाजपा के खिलाफ सफल नहीं होगा.
नीतीश तीन दिन दिल्ली में, मिलेंगे कई नेताओं से
देश में भाजपा के खिलाफ सभी पार्टियों को एकजुट कर एक मंच पर लाने के लिए नीतीश कुमार सोमवार दोपहर बाद तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली जायेंगे. इसके लिए पार्टी ने उन्हें अधिकृत किया है. दिल्ली में उनकी मुलाकात सोमवार को राहुल गांधी से हो सकती है. मंगलवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल सहित वामदलों के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात होगी. सात को राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति से मिलने का समय तय हुआ है. जल्द ही उनकी मुलाकात उद्धव ठाकरे, एनसीपी सहित हरियाणा, पश्चिम बंगाल और उत्तर पूर्वी राज्यों के नेताओं से होगी.