उत्तर बिहार की महिलाओं तक नहीं पहुंच रही सरकारी योजनाएं, पांच साल में बढ़ गयी एनेमिक महिलाएं
उत्तर बिहार की महिलाएं पहले से अधिक ऐनेमिक हो गयाी हैं, यानी उनके शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा 11 से कम है. महिलाओं की शरीर में खून की कमी नहीं हो. आंकड़े बताते हैं कि पांच वर्षों के अंतराल में एनेमिक महिलाओं की संख्या अधिक बढ़ी है. छह माह से लेकर 49 वर्ष तक की महिलाएं अधिक ऐनेमिक हैं.
उत्तर बिहार की महिलाएं पहले से अधिक ऐनेमिक हो गयाी हैं, यानी उनके शरीर में हीमोग्लोबीन की मात्रा 11 से कम है. महिलाओं की शरीर में खून की कमी नहीं हो. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के आंकड़े बताते हैं कि पांच वर्षों के अंतराल में एनेमिक महिलाओं की संख्या अधिक बढ़ी है. छह माह से लेकर 49 वर्ष तक की महिलाएं अधिक ऐनेमिक हैं. इसको लेकर मुजफ्फरपुर में स्त्री रोग विशेषज्ञों का संगठन द फेडरेशन ऑफ ऑब्स्ट्रेटिक एंड गायनोकॉलोजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया ने जागरूकता अभियान शुरू किया है. शहर की स्त्री रोग विशेषज्ञ एनीमिया से बचाव के लिए पोस्टर तैयार कर रहे हैं. जिसे लेकर महिलाओं के बीच जाकर जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा. पिछले दिनों द फेडरेशन ऑफ ऑब्स्ट्रेटिक एंड गायनोकॉलोजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष ऋषिकेश पई ने ऋषिकेश से गंगा सागर तक एनीमिया मुक्ति बस की शुरुआत की थी. इसी क्रम में मुजफ्फरपुर में भी महिलाओं की जांच की गयी और उन्हें एनीमिया से बचाव की जानकारी दी गयी.
एनीमिया से बचाव के लिए स्कूलों में कैंप
एनीमिया से बचाव के लिए द फेडरेशन ऑफ ऑब्स्ट्रेटिक एंड गायनोकॉलोजिकल सोसाइटी लड़कियों के स्कूल में कैंप लगा कर उन्हें एनीमिया से बचाव के लिए जागरूक कर रही है. स्त्री रोग विशेषज्ञों ने यह संकल्प लिया है कि नए साल में बहुत हद तक एनीमिया से मुक्ति के लिए प्रयास करेंगे. इसके लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
पं.चंपारण की स्थिति अन्य जिलों से बेहतर
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट बताती है कि पं.चंपारण की स्थिति और जिलों से बेहतर है. यहां पिछले पांच वर्षों में महिलाओं में एनीमिया में कमी आयी है. पहले की अपेक्षा अब कम महिलाएं एनीमिया से पीड़ित हैं. वहां भी डॉक्टरों की ओर से चलाए जा रही जागरूकता से यह संभव हो पाया है.
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे की रिपोर्ट
मुजफ्फरपुर की एनेमिक महिलाएं
आयु-वर्ग – 2020 – 2016
छह माह से 59 माह तक बच्चियां – 64.6 – 58.5
15 से 49 वर्ष की नन-प्रेग्नेंट महिलाएं – 58.7 – 52.2
15 से 49 वर्ष की महिलाएं – 58.9 – 52.4
15 से 19 वर्ष की महिलाएं – 66.1 – 55.5
नए साल महिलाओं को बचाने का संकल्प लें: डॉ विभा
द फेडरेशन ऑफ ऑब्स्ट्रेटिक एंड गायनोकॉलोजिकल सोसाइटी की उपाध्यक्ष डॉ विभा वर्मा ने कहा कि हमलोगों ने यह संकल्प लिया है कि नए वर्ष में महिलाओं को ऐनेमिक होने से बचाना है. इसके लिए स्कूलों में कैंप लगाया जा रहा है. इस कार्य में रोटरी क्लब की विभिन्न इकाइयां भी सहयोग कर रही है. जिले में जागरूकता कैंप के लिए हमलोगों ने पोस्टर बनाया है. लड़कियों के विभिन्न स्कूलों को चिह्नित किया जा रहा है, जहां जाकर एनीमिया से बचाव की जानकारी दी जाएगी.