पटना. भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बुधवार को राज्य की अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन किया गया है. वर्ष 2022 की अंतिम मतदाता सूची में एक खास आयु वर्ग 50 वर्ष तक में मतदाताओं की संख्या बढ़ रही है, जबकि दूसरी ओर 50 वर्ष के बाद वाले मतदाताओं की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है.
आयु वर्गमतदाता (बढ़े-घटे)
18-19 वर्ष350003 बढ़े
20-29 वर्ष657336 बढ़े
30-39 वर्ष 89673 बढ़े
40-49 वर्ष11460 बढ़े
यह एक चौंकाने वाला तथ्य है, जिसका अभी कोई सही व्याख्या नहीं कर रहा है. वर्ष 2022 की अंतिम मतदाता सूची में 18-19 वर्ष के मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है. इसी प्रकार 20-29 आयु वर्ग में भी मतदाताओं की संख्या बढ़ी है. 30-39 वर्ष में मतदाता बढ़े हैं. साथ ही 40-49 वर्ष आयु वर्ग में मतदाताओं की संख्या बढ़ी है.
आयु वर्गमतदाता (बढ़े-घटे)
50-59 वर्ष16835 घटे
60-69 वर्ष26689 घटे
70-79 वर्ष42372 घटे
80 वर्ष से ऊपर35614 घटे
चौंकाने वाली बात यह है कि 50 वर्ष से ऊपर वाले सभी आयु वर्ग में मतदाताओं की संख्या में गिरावट दर्ज की गयी है. हालांकि, जानकार बता रहे हैं कि इसकी मुख्य वजह है कि मतदाता सूची में मतदाताओं द्वारा नाम संशोधन कराने के कारण संख्या में गिरावट हो सकती है. हालांकि, अभी तक इसकी कोई स्पष्ट व्याख्या नहीं है.
नेशनल फैमिली हेल्थ एस, मुंबई के वरीय प्रोफेसर डाॅ एसके सिंह का कहना है कि इस आयु वर्ग में मतदाताओं की संख्या में कमी का कारण मृत्यु कभी नहीं हो सकती. यह अध्ययन की बात है कि 50 वर्ष से ऊपर वाले मतदाताओं की संख्या कैसे कम हुई है. अंतिम मतदाता सूची में 12 लाख 35 हजार नये मतदाता पंजीकृत हुए हैं, जबकि दो लाख 48 हजार मतदाताओं के नाम सूची से हटाये गये हैं.