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वैशाली के बिरेंद्र ने दो लाख रुपये में लीक किया था ओडिशा एसएससी प्रश्नपत्र, एक लाख मिल चुका था एडवांस

पूछताछ के दौरान कई सारी जानकारियों बालासोर पुलिस को मिली है. प्रश्नपत्र को लीक करने के लिए मास्टरमाइंट विशाल चौरसिया ने बिरेंद्र पासवान को दो लाख रुपये में सेट किया था. इसके लिए विशाल ने बिरेंद्र को एक लाख रुपये एडवांस दे चुका था. वहीं बाकी का एक लाख रिजल्ट निकलने के बाद देने वाला था.

By Ashish Jha | August 9, 2023 3:13 PM

पटना. बालासोर पुलिस ने ओडिशा एसएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में वैशाली के मास्टर माइंड व डिविजनल अकाउंटेंट विशाल चौरसिया, बिरेंद्र पासवान, समस्तीपुर के विद्यापति नगर के बिजेंद्र गुप्ता और रोहतास के राजकुमार को रिमांड पर लिया है. पूछताछ के दौरान कई सारी जानकारियों बालासोर पुलिस को मिली है. प्रश्नपत्र को लीक करने के लिए मास्टरमाइंट विशाल चौरसिया ने बिरेंद्र पासवान को दो लाख रुपये में सेट किया था. इसके लिए विशाल ने बिरेंद्र को एक लाख रुपये एडवांस दे चुका था. वहीं बाकी का एक लाख रिजल्ट निकलने के बाद देने वाला था.

कोलकाता स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था बिरेंद्र

बिरेंद्र कोलकाता स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था, जहां कई राज्यों का प्रश्नपत्र छपता है. बिरेंद्र का भाई विशाल का दोस्त था. भाई ने ही विशाल को बिरेंद्र के बारे में बताया कि वह कई राज्यों के परीक्षा का प्रश्नपत्र प्रिंट करता है. इसके बाद उसी के माध्यम से बिरेंद्र से पहली बार विशाल की मुलाकात हुई. विशाल ने बिरेंद्र से कहा कि आप जो काम करते हैं उसमें बहुत पैसा है. एक प्रश्नपत्र लीक करने का आपको लाखों रुपये मिल सकते हैं. पहले तो बिहार के किसी परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने की बात हुई. विशाल ने कहा कि बिहार का प्रश्नपत्र छपे तो बता देना. इसके बाद मई महीने में बिरेंद्र और विशाल के बीच कई बार बात हुई.

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राजकमार की मदद से ओडिशा में अपने नेटवर्क को एक्टिव किया

जून महीने के आखिरी हफ्ते में बिरेंद्र ने विशाल को बताया कि उसके यहां ओडिशा एसएससी का प्रश्नपत्र छप रहा है. इसके बाद विशाल ने कुछ दिन समय लिया और फिर दो लाख रुपये बिरेंद्र को सेट कर दिया. इधर बिजेंद्र राजकमार की मदद से ओडिशा में अपने नेटवर्क को एक्टिव किया और करीब 92 अभ्यर्थियों से संपर्क कर उन्हें परीक्षा से पूर्व प्रश्नपत्र और आंसर की देने की तैयारी में जुट गया. इस बात की भनक लगते ही परीक्षा से ठीक पहले 16 जुलाई को बालासोर पुलिस ने बिजेंद्र सहित नौ लोगों को 88 अभ्यर्थियों के साथ गिरफ्तार कर लिया.

बिहार के तीनों परीक्षा माफिया चिह्नित, एक पर पटना में केस दर्ज

बिहार के तीनों परीक्षा माफिया को चिह्नित कर लिया गया है. एक पर पटना में ही केस दर्ज है. वहीं जल्द ही बालासोर पुलिस पटना आने की तैयारी में है. बालासोर पुलिस ने पटना पुलिस और बिहार पुलिस मुख्यालय के वरीय अधिकारियों से संपर्क किया है. पूछताछ में विशाल और बिजेंद्र ने तीनों साथियों का नाम बता दिया है. ये तीन जालसाज बिहार के ही हैं और पूर्व में भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं का प्रश्नपत्र लीक करा चुके हैं.

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पटना में था गिरफ्तार सातों परीक्षा माफियाओं का ठिकाना

बालासोर पुलिस ने इस मामले में बिहार के जिन सात परीक्षा माफियाओं को पकड़ा है उन सभी का ठिकाना पटना ही था. इसके अलावा तीन और परीक्षा माफियाओं का नाम आया है वे भी पटना में ही अपना ठिकाना बना रखे हैं. मालूम हो कि इस मामले में अबतक 25 परीक्षा माफियाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है. इसमें मास्टर माइंड विशाल चौरसिया, बिजेंद्र गुप्ता, राजुकमार, बिरेंद्र पासवान, विकास कुमार, अजय और दीपक शामिल है. बिजेंद्र विशाल के गिरोह में अतुल, अश्विनी सौरभ, रवि भूषण सहित कई और शातिर फरार है. यह गिरोह विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्र को लीक करवा पास कराने का पैसा लेते थे.

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