कोरोना काल में आसमान पर तेल के दाम, 7 माह में पेट्रोल 8.62 बढ़ा, सरसों तेल और रिफाइन भी हुई पांच रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी

कारोबारियों की मानें तो पिछले एक साल में खाद्य तेल की कीमतों में 30 फीसदी से अधिक का इजाफा हो चुका है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 11, 2020 3:02 PM

बिहार की राजधानी पटना में अब पेट्रोल और डीजल के दाम अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचने के करीब है. बुधवार को पेट्रोल की कीमत 86.21 रुपये तथा डीजल 79.01 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है.

पिछले 12 दिनों में पेट्रोल की कीमत 1.76 रुपये और डीजल में 1.72 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. बीते सात माह में पेट्रोल के दाम में 8.62 रुपये और डीजल के दाम में 8.82 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. इस बीच पिछले माह तेल की कीमतों में कोई इजाफा नहीं हुआ है.

इधर, खाद्य तेल की बात करें तो इनकी कीमतों में लगातार बढ़ोतरी जारी है. इसके कारण लोगों का हर माह बजट गड़बड़ा जा रहा है. कारोबारियों की मानें तो पिछले एक साल में खाद्य तेल की कीमतों में 30 फीसदी से अधिक का इजाफा हो चुका है.

कोरोना महामारी के कारण तिलहन की खेती पर बुरा असर पड़ा है. सरकार खाद्य तेल की कीमतों पर अंकुश लगाने को लेकर कई बार बैठकें कर चुकी हैं. लेकिन तेल के भाव में कोई कमी नहीं आयी है, बल्कि लगतार बढ़ ही रही है.

पिछले एक माह में 15 रुपये प्रति लीटर तक की बढ़ोतरी हो चुकी हैं. हालांकि केंद्र सरकार प्याज के आयात को बढ़ाकर कीमतें कम करने में काफी हद तक सफल रही है. पिछले एक माह में 50 फीसदी की गिरावट आयी है.

80 रुपये प्रति किलो बिकने वाला प्याज आज 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. कारोबारियों के अनुसार पिछले एक साल में सरसों, सोयाबीन तथा सूरजमुखी के तेल के दाम बढ़े हैं.

राजधानी पटना में सरसों तेल की औसत कीमत 135 से 150 रुपये प्रति लीटर है. पिछले सात इस वक्त वह औसतन 95- 100 रुपये था.

Posted by Ashish Jha

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version