पटना. पटना जिला पर्षद विभिन्न प्रखंडों में स्थित अपने डाकबंगलों को विकसित कर कमाई करने की तैयारी में है. वह इन परिसरों को विकसित कर इन्हें किराये पर लगायेगा. इसमें कहीं मॉल, तो कहीं मार्केट बनाये जायेंगे. जिन जगहों पर दुकानों का निर्माण अधूरा है, उसे जल्द पूरा करा कर दुकानें किराये पर लगाने की योजना है. इसको लेकर जिला पर्षद की छह अगस्त को हुई बैठक में प्रस्ताव भी पारित हो चुका है.
पटना जिला पर्षद के पास इस समय करीब 20 से अधिक डाकबंगले हैं. इनमें से ज्यादातर जर्जर हैं. इनकी जमीन का बेहतर इस्तेमाल अभी नहीं हो पा रहा है. ये डाकबंगले दो से चार एकड़ जमीन में फैले हुए हैं. जिन डाकबंगलों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है, उनमें मोकामा, विक्रम, फतुहा, मसौढ़ी, पालीगंज, बिहटा आदि शामिल हैं. वहीं, बाढ़ और बख्तियारपुर के डाकबंगलाें की स्थिति बेहतर है. वहां गेस्ट हाउस चल रहा है.
खगौल और बिहटा के डाकबंगलाें में मॉल बनाने की योजना बनायी गयी है. यहां जिला पर्षद की काफी जमीन भी है. अगर यहां मॉल बन गया, तो जिला पर्षद को शहर के डाकबंगला चौराहा स्थित लोकनायक भवन जैसी मोटी कमाई हो सकती है. इस भवन से आने वाला किराया पर्षद की आय का बड़ा स्रोत है.
इसके साथ ही मसौढ़ी में डाकबंगला परिसर में दुकान का निर्माण कराने, मोकामा, फतुहा और विक्रम डाकबंगला परिसर में सामुदायिक भवन बनाने की योजना पर पर्षद काम कर रहा है. इसके साथ ही पालीगंज में निरीक्षण भवन परिसर में अर्धनिर्मित दुकानों को जल्द ही पूरा कराया जायेगा.
पटना जिला पर्षद की आय को बढ़ाने के लिए इसके डाकबंगलों का जीर्णोद्धार, जमीन पर मॉल, दुकानों, सामुदायिक भवन आदि का निर्माण करने की योजना पर हम काम कर रहे हैं. यह योजना पूरी होने के बाद पर्षद की आय में बढ़ोतरी होगी. इससेविकास कार्यों में मदद मिलेगी.
– कुमारी स्तुति, अध्यक्ष, पटना जिला पर्षद