समस्तीपुर . शहर में बूढ़ी गंडक का जलस्तर सोमवार की दोपहर स्थिर हो गया है. वहीं रोसड़ा में ऊफान पर है. समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में पिछले 24 घंटे में आठ सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है. वहीं रोसड़ा में 34 सेंटीमीटर बढ़ा है. हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 1.12 मीटर ऊपर बह रहा है.
बूढ़ी गंडक रोसड़ा में खतरे के निशान से 3.13 मीटर ऊपर है. समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक खतरे के निशान से 2.34 मीटर ऊपर है. बूढ़ी गंडक के बांध पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है. बिथान, सिंघिया तथा कल्याणपुर प्रखंड के कई रिहायसी इलाके बाढ़ के पानी से घिर हुए हैं. कल्याणपुर प्रखंड सोरमार पंचायत के वार्ड एक और दो के लोगों को नाव नहीं मिलने से परेशानी हो रही है.
कल्याणपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित कई गांवों का सड़क संपर्क भंग हो गया है. बागमती नदी के बाढ़ का पानी कल्याणपुर प्रखंड के बांध अंदर के कई निचले इलाकों में फैल गया है. हालांकि हायाघाट में बागमती नदी का जलस्तर सोमवार की दोपहर दो बजे 46.84 मीटर पर रुका हुआ था. यहां नदी का लाल निशान 45.75 सेंटीमीटर पर है.
रोसड़ा में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर सोमवार को अपराह्न दो बजे 45.76 मीटर पर था. यहां खतरे का निशान 42.63 मीटर पर अंकित है. बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर समस्तीपुर रेल पुल के पास सोमवार को अपराह्न दो बजे को 48.07 मीटर पर पहुंच गया था. यहां लाल निशान 45.73 मीटर पर अंकित है.
रहुआ मिल्की गांव के निकट बूढ़ी गंडक नदी में बढ़ रहे पानी के दबाव के चलते तटबंध से तेज रिसाव होने लगा है. सरपंच हरिकांत झा रिसाव स्थल पर देखने गये. उसी दौरान हॉल में अचानक धंस गए. उनका पूरा शरीर कंधे तक पानी के अंदर चला गया. आनन-फानन में आसपास खड़े लोगों ने किसी तरह उनकी जान बचाई. गांव के एक गोताखोर सूरज सहनी भी रिसाव वाले हॉल में घुसकर देखा.
सूचना पर पहुंचे जल संसाधन विभाग के एसडीओ विक्रांत कुमार, जेइ विजय कुमार पांडे एवं ठेकेदार रामानंद झा कटाव निरोधक कार्य शुरू करा दिया. सूचना पर पहुंचे अनुमंडल पदाधिकारी ब्रजेश कुमार ने भी रिसाव स्थल का जायजा लिया. इस मौके पर मुखिया मो. कोरेस, मो. मुन्ना, राजेंद्र यादव, हरिदास, मो. परवेज, गोपाल झा, कैलाश सहनी, बलराम झा उपस्थित थे.
Posted by Ashish Jha